अमित खरे की उपराष्ट्रपति सचिव के रूप में नियुक्ति
दिल्ली समाचार: उपराष्ट्रपति के सचिव के रूप में अमित खरे की नियुक्ति
दिल्ली समाचार: भारत के उपराष्ट्रपति के सचिव के रूप में, मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने सेवानिवृत्त IAS अधिकारी अमित खरे को नियुक्त किया है। यह नियुक्ति अनुबंध के आधार पर सचिव के पद की रैंक और वेतनमान में तीन वर्षों के लिए होगी, जो कि पदभार ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होगी। अमित खरे 1985 बैच के झारखंड कैडर के IAS अधिकारी रहे हैं।
अनुबंध के आधार पर 3 वर्षों की अवधि के लिए नियुक्ति
मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने 1985 बैच के सेवानिवृत्त IAS अधिकारी अमित खरे को उपराष्ट्रपति के सचिव के रूप में नियुक्त करने की स्वीकृति दी है। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा 14 सितंबर, 2025 को जारी आदेश के अनुसार, उनकी नियुक्ति अनुबंध के आधार पर सचिव के पद की रैंक और वेतनमान में तीन वर्षों के लिए होगी। अमित खरे को केंद्र सरकार के सचिव के पद और वेतनमान के बराबर दर्जा दिया गया है, हालांकि सरकार आवश्यकता पड़ने पर इसमें बदलाव कर सकती है।
बिहार-झारखंड से गहरा नाता
अमित खरे का जन्म 14 सितंबर 1961 को बिहार में हुआ था। वह झारखंड कैडर से सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (1985 बैच) के अधिकारी हैं। उन्होंने 1977 में केंद्रीय विद्यालय, हिनू से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और फिर दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से ऑनर्स के साथ स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उनके बड़े भाई अतुल खरे भी भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी हैं। पीएम मोदी के सलाहकार के रूप में भी उनकी सेवाएं रही हैं। इसके अलावा, वह सूचना एवं प्रसारण सचिव और शिक्षा सचिव के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) को लागू करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। ईमानदार और सख्त प्रशासनिक छवि के कारण उन्हें पहचान मिली है। बिहार के चारा घोटाले को उजागर करने में उनकी भूमिका के लिए भी उन्हें जाना जाता है।