अमित शाह का बिहार में कांग्रेस पर हमला: तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप
बिहार में राजनीतिक बयानबाज़ी का उफान
अमित शाह: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक बयानबाज़ी में तेजी आ गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सीतामढ़ी में एक जनसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी तुष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं और घुसपैठियों को अपने वोट बैंक के रूप में देखती हैं। शाह ने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल पर यह भी आरोप लगाया कि वोट बैंक की राजनीति के चलते उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया है।
आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई का दावा
शाह ने कहा कि कांग्रेस के शासन में देश में लगातार बम धमाके होते रहे और आतंकवादी बिना किसी डर के पाकिस्तान भाग जाते थे। इसके विपरीत, उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाए गए हैं। शाह ने उरी हमले के बाद की सर्जिकल स्ट्राइक, पुलवामा के बाद की एयरस्ट्राइक और पहलगाम की घटना के बाद चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकियों का सफाया किया।
मतदाता सूची पर राहुल गांधी को घेरा
मतदाता सूची की शुद्धिकरण की याद दिलाई
मतदाता सूची के शुद्धिकरण के मुद्दे पर शाह ने राहुल गांधी को याद दिलाया कि इसकी शुरुआत उनके परदादा जवाहरलाल नेहरू के समय में हुई थी और आखिरी बार यह 2003 में किया गया था। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि जब चुनाव हारने का डर होता है, तब मतदाता सूची को दोष देने की आदत पड़ जाती है। शाह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के विकास के लिए अपने छह दौरों में 83,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
जानकी मंदिर का पुनर्विकास
जानकी मंदिर के पुनर्विकास का ऐतिहासिक महत्व
शाह ने अपने भाषण में जानकी मंदिर के पुनर्विकास को एक ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने कहा कि यह केवल सीतामढ़ी या बिहार के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश और विश्व के लिए गर्व का विषय है, क्योंकि यह माता सीता की जन्मस्थली मानी जाती है। इसे भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को मजबूत करने वाला कदम बताया।
आध्यात्मिक पुनर्जागरण की उपलब्धियां
मोदी सरकार के तहत आध्यात्मिक पुनर्जागरण
अमित शाह ने आगे कहा कि मोदी सरकार के नेतृत्व में देश में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण हो रहा है। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, वाराणसी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, उज्जैन के महाकाल कॉरिडोर और सोमनाथ मंदिर को सोने से मढ़ने जैसे कार्यों का उल्लेख किया, जिन्हें उन्होंने भारत की सांस्कृतिक पहचान को पुनः स्थापित करने वाला बताया।