अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में भाजपा की जीत का किया दावा, विकास का दिया आश्वासन
कोलकाता में अमित शाह की प्रेस कॉन्फ्रेंस
कोलकाता: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाग लिया। उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता में भय, भ्रष्टाचार, कुशासन और घुसपैठ के स्थान पर विकास, विरासत और गरीबों के कल्याण की एक मजबूत सरकार बनाने का संकल्प दिखाई दे रहा है। शाह ने यह भी दावा किया कि आगामी बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा को दो तिहाई बहुमत प्राप्त होगा।
अमित शाह ने कहा कि 30 दिसंबर का दिन सभी भारतीयों के लिए गर्व का दिन है। इसी दिन 1943 में स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस ने पोर्ट ब्लेयर में आजाद भारत का झंडा फहराया था, जो हमारे स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण क्षण था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि टीएमसी के 15 साल के शासन में भय, भ्रष्टाचार और घुसपैठ ने बंगाल की जनता को भयभीत कर दिया है। शाह ने आश्वासन दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनने पर बंगाल की विरासत को पुनर्जीवित किया जाएगा और विकास की धारा बहाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि पिछले 14 वर्षों से बंगाल में भय और भ्रष्टाचार की पहचान बन गई है। 15 अप्रैल 2026 के बाद जब भाजपा की सरकार बनेगी, तब हम बंगाल के गौरव और संस्कृति के पुनर्जागरण की शुरुआत करेंगे।
अमित शाह ने भाजपा के चुनावी प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि 2014 में पार्टी को 17 प्रतिशत वोट और दो सीटें मिली थीं, जबकि 2021 में यह संख्या बढ़कर 38 प्रतिशत वोट और 77 सीटों तक पहुंच गई। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने 39 प्रतिशत वोट प्राप्त किए।
उन्होंने कांग्रेस और कम्युनिस्टों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस, जिसकी स्थापना बंगाल से हुई थी, अब शून्य पर पहुंच गई है।
अमित शाह ने कहा, "ममता बनर्जी के शासन में भ्रष्टाचार के कारण विकास रुक गया है। प्रधानमंत्री मोदी की कल्याणकारी योजनाएं देश में गरीबी खत्म कर रही हैं, लेकिन बंगाल में टोल सिंडिकेट्स ने उन्हें रोक रखा है। भाजपा सरकार 15 अप्रैल 2026 के बाद बंगाल के गौरव और संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए प्रतिबद्ध है।"
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल के नागरिकों को यह विश्वास दिलाना चाहती है कि जैसे ही राज्य में भाजपा सरकार बनेगी, हम बंगाल की विरासत को फिर से जीवित करेंगे और विकास की धारा बहाएंगे।