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अमित शाह ने बिहार में चुनावी रैलियों में वर्चुअल संबोधन किया

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को बिहार में चुनावी रैलियों को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने चुनाव को सुशासन और जंगलराज के बीच का मुकाबला बताया। शाह ने गोपालगंज के लोगों पर विश्वास जताते हुए कहा कि वे राजद को हराने में सफल रहेंगे। उन्होंने एनडीए सरकार के विकास कार्यों का उल्लेख किया और घुसपैठियों के मुद्दे पर भी बात की। जानें और क्या कहा अमित शाह ने इस महत्वपूर्ण संबोधन में।
 

अमित शाह का चुनावी संबोधन

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को बिहार के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी सभाओं में भाग लेने वाले थे, लेकिन खराब मौसम के कारण वे यात्रा नहीं कर सके। इस दौरान, उन्होंने गोपालगंज और समस्तीपुर की रैलियों को वर्चुअली संबोधित किया। 


अमित शाह ने रैली में उपस्थित लोगों से कहा कि यह चुनाव केवल एक प्रत्याशी की जीत या हार का मामला नहीं है, बल्कि यह तय करेगा कि बिहार किसके हाथ में रहेगा। क्या यह राज्य 15 वर्षों तक जंगलराज फैलाने वालों के पास रहेगा, या 20 वर्षों तक सुशासन देने वाले एनडीए के हाथ में?


उन्होंने कहा कि यह चुनाव बिहार के भविष्य का निर्धारण करेगा। यह चुनाव सुशासन बनाम जंगलराज का है। उन्होंने गोपालगंज के लोगों पर विश्वास जताते हुए कहा कि 2002 के बाद से राजद को यहां कभी जीत नहीं मिली है, और उन्हें विश्वास है कि इस बार भी यह रिकॉर्ड कायम रहेगा।


अमित शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। एनडीए के सभी दल एकजुट होकर चुनावी मैदान में हैं, जबकि महागठबंधन में आपसी संघर्ष चल रहा है।


उन्होंने एनडीए सरकार द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने मिथिला के सम्मान के लिए कई कदम उठाए हैं। भाजपा सरकार ने मैथिली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया, और मधुबनी पेंटिंग को जीआई टैग दिया। इसके अलावा, शाश्वत मिथिला महोत्सव का आयोजन गुजरात में किया गया।


उन्होंने लोक गायिका शारदा सिन्हा को याद करते हुए कहा कि उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया और मखाना बोर्ड की स्थापना भी मोदी सरकार ने की है। गृह मंत्री ने घुसपैठियों के मुद्दे पर भी बात की और राहुल गांधी की हालिया यात्रा का उल्लेख किया।


उन्होंने लोगों से सवाल किया कि क्या बिहार की मतदाता सूची में घुसपैठिए होने चाहिए? उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा और एनडीए का स्पष्ट मत है कि बिहार की मतदाता सूची से घुसपैठियों को हटाना चाहिए।