×

अमृतपाल की टिंडर चैट से बढ़ी मुश्किलें, अश्लील बातचीत का मामला सामने आया

पंजाब के सांसद अमृतपाल की टिंडर पर की गई अश्लील चैट ने उन्हें नई मुश्किलों में डाल दिया है। 'अमृत संधू' नाम से बनाए गए अकाउंट के जरिए की गई बातचीत की जानकारी फरीदकोट पुलिस को मिली है। इस मामले में गुरप्रीत सिंह की हत्या से जुड़े संदिग्ध पहलुओं का भी खुलासा हुआ है। जानें इस मामले की पूरी कहानी और अमृतपाल की बढ़ती मुश्किलें।
 

अमृतपाल की नई मुश्किलें

पंजाब समाचार: पंजाब के खड़ूर साहिब से सांसद अमृतपाल की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। हाल ही में, अमृतपाल द्वारा 'अमृत संधू' नाम से टिंडर पर की गई अश्लील चैट ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। टिंडर प्रबंधन ने उनके अकाउंट की सभी जानकारी फरीदकोट पुलिस को सौंप दी है। अब पुलिस के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि अमृत संधू के नाम से अमृतपाल किस-किससे प्राइवेट चैट करता था।


टिंडर पर अमृत संधू का अकाउंट

फरीदकोट की SSP डॉ. प्रज्ञा जैन ने अमृतपाल की टिंडर चैट की पुष्टि की है। लगभग 7-8 महीने पहले, कोटकपूरा के गांव हरीनौ में सिख नेता गुरप्रीत सिंह की हत्या हुई थी, जिसमें अमृतपाल का नाम भी शामिल था। यह संदेह था कि गुरप्रीत की हत्या गैंगस्टर अर्श दल्ला के इशारे पर की गई थी। जांच के दौरान पुलिस को अमृत संधू नाम से एक टिंडर अकाउंट मिला।


पुलिस को मिली जानकारी

डिजिटल सबूतों के आधार पर पुलिस को शक था कि अमृत संधू का अकाउंट वास्तव में अमृतपाल का है। इसके बाद, फरीदकोट पुलिस ने टिंडर को पत्र लिखकर जानकारी मांगी। टिंडर प्रबंधन ने पुलिस को अमृतपाल के अकाउंट की सभी जानकारी उपलब्ध कराई। वर्तमान में, अमृतपाल असम की सुनारिया जेल में बंद हैं।


अश्लील चैटिंग का मामला

सूत्रों के अनुसार, अमृतपाल ने दुबई में रहते हुए इस संदिग्ध अकाउंट के जरिए कई लड़कियों से अश्लील चैट की। इस बातचीत में उन्होंने अश्लील भाषा का प्रयोग किया। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है। डीएसपी अरुण मुंडन ने बताया कि गुरप्रीत हरिनौ हत्याकांड की जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया था।


गुरप्रीत सिंह की हत्या का संदर्भ

अमृतपाल के पंजाब संगठन का प्रमुख बनने के बाद, गुरप्रीत सिंह ने उनसे दूरी बना ली थी। लेकिन वह अमृतपाल के कई राज जानता था और अक्सर सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ पोस्ट करता रहता था। इसलिए माना जा रहा है कि अमृतपाल ने गुरप्रीत को चुप कराने के लिए उसकी हत्या करवाई। पुलिस की एफआईआर में भी यही बातें दर्ज हैं।