अमेरिका की नई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति: यूरोप के सहयोगियों पर संदेह
नई सुरक्षा रणनीति का उद्देश्य
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने एक नई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति का मसौदा तैयार किया है, जो यूरोपीय सहयोगियों की स्थिति को कमजोर दर्शाती है। इसका मुख्य लक्ष्य पश्चिमी गोलार्ध में अमेरिका के प्रभाव को पुनर्स्थापित करना है।
यूरोपीय सहयोगियों की आलोचना
व्हाइट हाउस द्वारा शुक्रवार को जारी इस दस्तावेज़ में यूरोप में अमेरिका के पारंपरिक सहयोगियों की नीतियों पर कड़ी आलोचना की गई है। इसमें प्रवासन और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से संबंधित नीतियों पर सवाल उठाए गए हैं, और यह सुझाव दिया गया है कि उन्हें 'सभ्यता के विनाश की आशंका' का सामना करना पड़ सकता है।
दीर्घकालिक विश्वसनीयता पर संदेह
इस रणनीति में यूरोपीय सहयोगियों की दीर्घकालिक विश्वसनीयता पर भी संदेह व्यक्त किया गया है। दस्तावेज़ में ट्रंप के 'अमेरिका प्रथम' सिद्धांत का समर्थन किया गया है, जो विदेशों में हस्तक्षेप के खिलाफ है और अमेरिकी हितों को प्राथमिकता देता है।
पहली राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति
दस्तावेज़ में कहा गया है कि अमेरिकी रणनीति 'सबसे पहले अमेरिका के लिए क्या कारगर है' के सिद्धांत पर आधारित है। यह जनवरी में रिपब्लिकन राष्ट्रपति के पदभार ग्रहण करने के बाद से पहली बार जारी की गई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति है।
डेमोक्रेटिक प्रशासन के विपरीत
यह दस्तावेज़ एक कानूनी आवश्यकता के तहत जारी किया गया है और यह डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों से पूरी तरह भिन्न है। बाइडन का प्रशासन ट्रंप के पहले कार्यकाल में बने कई गठबंधनों को पुनर्स्थापित करने और रूस पर नियंत्रण लगाने का प्रयास कर रहा था।