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अमेरिकी संसद में बजट विवाद से शटडाउन की स्थिति, ट्रंप और हैरिस के बीच आरोप-प्रत्यारोप

वॉशिंगटन डीसी में बजट पर सहमति न बनने के कारण 'गवर्नमेंट शटडाउन' लागू हो गया है। राष्ट्रपति ट्रंप और पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। जानें इस सियासी संकट का असर अमेरिकी नागरिकों पर कैसे पड़ सकता है और कांग्रेस के सदस्यों की क्या प्रतिक्रियाएं हैं।
 

वॉशिंगटन डीसी में सियासी संकट

वॉशिंगटन डीसी एक बार फिर राजनीतिक अनिश्चितता का सामना कर रहा है। अमेरिकी संसद में बजट पर सहमति न बनने के कारण 'गवर्नमेंट शटडाउन' लागू हो गया है। इस मुद्दे पर डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स के बीच तीखी बहस चल रही है। राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले ही डेमोक्रेट्स को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है, जबकि पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने रिपब्लिकन्स पर निशाना साधा है।


कमला हैरिस का बयान

हैरिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अमेरिकी नागरिकों को आश्वस्त करने का प्रयास किया कि यह स्थिति इसलिए उत्पन्न हुई क्योंकि 'आपकी सरकार स्वास्थ्य देखभाल पर खर्च नहीं करना चाहती।' उन्होंने स्पष्ट किया कि 'रिपब्लिकन्स ही व्हाइट हाउस, सदन और सीनेट के प्रभारी हैं, इसलिए यह शटडाउन उनकी देन है।'


कांग्रेस के सदस्यों की प्रतिक्रिया

कांग्रेस सदस्य शोंटेल ब्राउन ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप और रिपब्लिकन्स इस शटडाउन के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन्स सरकार को धन मुहैया कराने में पूरी तरह से असफल रहे हैं। जब सरकार शटडाउन के कगार पर थी, तब हाउस रिपब्लिकन्स वाशिंगटन में मौजूद नहीं थे, जो कि एक जानबूझकर लिया गया निर्णय था।


शटडाउन का प्रभाव

ब्राउन ने चेतावनी दी कि इस शटडाउन के चलते उत्तर-पूर्वी ओहायो के परिवारों, श्रमिकों और समुदायों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। सैन्यकर्मियों और संघीय कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलेगा, और सामाजिक सुरक्षा तथा पूर्व सैनिकों की सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं।


जैस्मीन क्रॉकेट का बयान

कांग्रेस सदस्य जैस्मीन क्रॉकेट ने एक्स पर लिखा कि रिपब्लिकन्स ने 'अव्यवस्था को चुना है।' उन्होंने कहा कि कोई गलतफहमी न रखें, रिपब्लिकन्स के पास शासन करने के सभी साधन थे, फिर भी उन्होंने अव्यवस्था को प्राथमिकता दी। इसकी कीमत अमेरिकी जनता चुका रही है।


फंडिंग बिल की स्थिति

फंडिंग बिल पास कराने के लिए 100 सदस्यों वाले सीनेट में 60 वोटों की आवश्यकता थी। हालांकि, रिपब्लिकन पार्टी के पास सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स का नियंत्रण होने के बावजूद, बिल पास कराने में उन्हें सात वोटों की कमी का सामना करना पड़ा।


डेमोक्रेटिक नेताओं की ट्रंप से मुलाकात

डेमोक्रेटिक नेताओं ने सोमवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की, लेकिन किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाए। मुलाकात के कुछ घंटों बाद, ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक एआई-जनरेटेड वीडियो साझा किया, जिसमें सदन के अल्पसंख्यक नेता हकीम जेफ्रीज और सीनेट के अल्पसंख्यक नेता चक शूमर का मजाक उड़ाया गया। ट्रंप ने मंगलवार को डेमोक्रेट्स पर आरोप लगाना जारी रखा और कहा कि उन्होंने 'उन्हें जरा भी झुकते नहीं देखा।'