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ईरान के नेता खामेनेई का इजरायल को कड़ा संदेश: गंभीर परिणाम भुगतने होंगे

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल को चेतावनी दी है कि यदि उनके देश के खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई की गई, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने कहा कि ईरान किसी भी दबाव के आगे आत्मसमर्पण नहीं करेगा और इजरायल पर हाल के कार्यों के लिए गंभीर गलती करने का आरोप लगाया। इस बीच, इजरायल ने ईरान के साथ बातचीत से इनकार किया है और अपने ऑपरेशन को जारी रखने का संकल्प लिया है। जानें इस तनावपूर्ण स्थिति के बारे में और अधिक।
 

ईरान और इजरायल के बीच बढ़ता तनाव

ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने एक भावनात्मक संबोधन में राष्ट्र को चेतावनी दी। उन्होंने टेलीविज़न पर कहा कि यदि उनके देश के खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई की गई, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। खामेनेई ने यह भी स्पष्ट किया कि ईरान किसी भी दबाव के आगे आत्मसमर्पण नहीं करेगा और इजरायल पर हाल के कार्यों के लिए गंभीर गलती करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "इजरायल ने बड़ी गलती की है, और उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। हम उनके शासकों पर कोई दया नहीं दिखाएंगे।"


ईरान का कड़ा जवाब देने का संकल्प

ईरान ने कड़ा जवाब देने की खाई कसम 
खामेनेई ने कहा कि ईरान अपने क्षेत्र पर किसी भी आक्रमण का कड़ा जवाब देगा और देश के सशस्त्र बल हाई अलर्ट पर हैं। उन्होंने कहा, "हम ज़ायोनी शासन द्वारा अपने हवाई क्षेत्र के उल्लंघन और अपने शहीदों के रक्तपात को न तो माफ करेंगे और न ही भूलेगे।" उन्होंने यह भी कहा कि ईरान की मातृभूमि की रक्षा के लिए सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि 86 वर्षीय खामेनेई की यह टिप्पणी एक राज्य टेलीविजन एंकर द्वारा पढ़ी गई थी।


इजरायल का ईरान के साथ बातचीत से इनकार

ईरान के साथ कोई बातचीत नहीं करेगा इजरायल
इजरायल के मंत्रियों ने स्पष्ट किया है कि वे ईरान के साथ कोई बातचीत नहीं करेंगे और ऑपरेशन राइजिंग लॉयन तब तक जारी रहेगा जब तक कि इसके उद्देश्यों को पूरा नहीं किया जाता। इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने एक पोस्ट में ईरान में संभावित सत्ता परिवर्तन का संकेत दिया। उन्होंने कहा, "तेहरान के ऊपर एक तूफान आ रहा है। सरकारी संस्थानों पर बमबारी की जा रही है और निवासियों की भीड़ इलाका छोड़ रही है। तानाशाही का पतन इसी तरह होता है।" विदेश मंत्री गिदोन सार ने ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले के स्थल पर विदेशी राजदूतों को जानकारी दी, जिसमें कम से कम नौ लोग मारे गए और कई अन्य घायल हुए।