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ईरान के शाह की भव्य पार्टी: जब खर्च ने बदल दी सत्ता की धारा

ईरान के शाह मोहम्मद रजा पहलवी द्वारा आयोजित एक भव्य पार्टी ने न केवल विश्व नेताओं को आमंत्रित किया, बल्कि ईरान के शाही परिवार के भविष्य को भी प्रभावित किया। इस पार्टी में 65 देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए और तीन दिनों में 5000 करोड़ रुपये खर्च हुए। जानें कैसे इस महंगी पार्टी ने ईरान में राजनीतिक उथल-पुथल मचाई और शाह को गद्दी छोड़ने पर मजबूर किया।
 

एक ऐतिहासिक पार्टी का आयोजन

आठ टन राशन, 2700 किलो मांस, 2500 बोतल शैम्पेन और 1000 बोतल बरगंडी। पेरिस के सबसे महंगे होटल के बेहतरीन शेफ और स्विट्जरलैंड के वेटर, साथ ही लंदन से मंगाई गई सोने की पानी से नक़्क़ाशी की गई दस हजार प्लेटें। यह पार्टी ऐसी थी कि इसे कोई नहीं भूल सकता। मुकेश अंबानी की शाही पार्टियों के खर्चे सुनकर लोग दांतों तले उंगलियां दबा लेते हैं, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी पार्टी के बारे में बताएंगे जिसे सुनकर अंबानी भी चौंक जाएंगे। यह पार्टी ईरान के शाह ने विश्व के नेताओं के लिए आयोजित की थी। इसमें 65 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और उनके खास मेहमान शामिल थे। लगभग 650 लोग तीन दिनों तक इस भव्य आयोजन का हिस्सा बने। अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और भारत के प्रतिनिधि भी इस पार्टी में शामिल थे। इस तीन दिवसीय आयोजन पर करीब 5000 करोड़ रुपये खर्च हुए। यह पार्टी 70 के दशक में हुई थी और इसे न केवल दुनिया की सबसे महंगी पार्टी माना गया, बल्कि शायद सबसे मनहूस भी। यह वह पार्टी है जिसके बारे में आज भी ईरान का शाही परिवार बात करने से कतराता है, क्योंकि इस पार्टी ने उनके साम्राज्य को हिला कर रख दिया।


रेजा शाह पहलवी का गद्दी छोड़ने का कारण

रेजा शाह पहलवी को गद्दी क्यों छोड़नी पड़ी

1953 से 1977 तक ईरान में शाह रेजा पहलवी ने अमेरिका की मदद से शासन किया। फिर 14 अक्टूबर 1971 को ईरान के शाह मोहम्मद रजा पहलवी ने पारसी साम्राज्य की 2500वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक भव्य पार्टी का आयोजन किया। यह आयोजन प्राचीन शहर पर्सेपोलिस में हुआ, जो उस समय ईरान की ऐतिहासिक राजधानी थी। शाही भोज का आयोजन एक वीरान रेगिस्तान में हुआ, जो शीराज शहर से लगभग 60 किमी दूर था। वहां पानी और कांच की कमी थी, लेकिन शाह का सपना था कि पर्सेपोलिस को फिर से जीवित किया जाए। इसलिए 160 एकड़ में फैले रेशमी तंबू बनाए गए, जिन्हें गोल्डन सिटी कहा गया। 37 किलोमीटर लंबा फ्रेंच सिल्क इस्तेमाल किया गया। 50,000 यूरोपीय चिड़ियों को संगीत और यकृति के संगम के लिए मंगवाया गया, लेकिन गर्मी के कारण वे कुछ ही दिनों में मर गईं। इस पार्टी में 600 खास मेहमानों में प्रिंसेस ग्रेस और प्रिंस रेनियर (मोनाको), ब्रिटेन की राजकुमारी ऐनी और प्रिंस फिलिप, अमेरिका के उपराष्ट्रपति स्पाइरो ऐग्न्यू और अफ्रीकी सम्राट हाइले सेलासी जैसे नाम शामिल थे। सेलासी 72 लोगों के साथ आए, जिनमें उनका कुत्ता भी शामिल था, जिसकी गर्दन पर हीरे जड़ा पट्टा था। हालांकि यह ईरानी इतिहास का एक महत्वपूर्ण अवसर था, लेकिन भोजन फ्रेंच था, ताकि यह दिखाया जा सके कि ईरान अब एक आधुनिक और परिष्कृत राष्ट्र है। 120 वेटर, 40 शेफ और 150 टन आधुनिक रसोई का सामान फ्रांस से लाया गया। कुल 18 टन भोजन, जिसमें 2700 किलो मांस, 30 किलो ईरानी कैवियार और बर्फ के ट्रक शामिल थे। इसके अलावा 2500 बोतल शैम्पेन, 1000 बोतल बर्गंडी और 1300 बोतल वर्गडी वाइन भी थी। यह शाही भोज 5 घंटे से अधिक चला और गिनीज बुक में दर्ज हुआ। इस भव्य आयोजन के बाद मेहमान तो लौट गए, लेकिन शाह को अपने ही देश की जनता का सामना करना पड़ा। मीडिया में खबरें आईं कि इस पार्टी पर उस समय 10 करोड़ डॉलर खर्च किए गए, जो आज के हिसाब से लगभग 50 करोड़ डॉलर के बराबर है। जब ईरान के गरीब और हाशिये पर जी रहे लोगों को इस खर्च की जानकारी मिली, तो शाह के खिलाफ गुस्सा भड़क उठा।