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ईरान के संभावित अगले सुप्रीम लीडर: कौन हैं प्रमुख उम्मीदवार?

ईरान के अगले सुप्रीम लीडर के संभावित उम्मीदवारों की चर्चा तेज हो गई है। इस लेख में, हम मोजतबा खामेनेई, अलीरेजा अराफी और अन्य प्रमुख नामों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। जानें कि ये नेता ईरान की राजनीति में कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और उनके संभावित प्रभाव के बारे में।
 

ईरान की पहचान और नेतृत्व

किसी भी देश की पहचान उसके इतिहास, संस्कृति और भौगोलिक स्थिति से बनती है। लेकिन एक महत्वपूर्ण तत्व जो किसी देश की दिशा और चरित्र को निर्धारित करता है, वह है उसकी सरकार और उसके नेता। ईरान में राष्ट्रपति सर्वोच्च अधिकारी होते हैं, लेकिन असली शक्ति सुप्रीम लीडर के पास होती है। यह सुप्रीम लीडर इजरायल को लगातार धमकाते हैं और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की चेतावनियों को नजरअंदाज करते हैं। हाल ही में, ट्रंप ने कहा कि उन्हें खामेनेई की लोकेशन का पता है, लेकिन अमेरिका का उन्हें मारने का कोई इरादा नहीं है। इस बीच, इजरायल ने भी खामेनेई के लिए गंभीर चेतावनी दी है। ऐसे में ईरान के अगले सुप्रीम लीडर के बारे में चर्चा तेज हो गई है। आइए जानते हैं संभावित उम्मीदवारों के बारे में।


संभावित अगली सूची में प्रमुख नाम

1. मोजतबा खामेनेई 
अयातुल्ला खामेनेई के दूसरे बेटे, मोजतबा का जन्म 1969 में मशहद में हुआ। उन्होंने प्रभावशाली शिक्षकों से शिक्षा प्राप्त की और मौलवी बन गए। वह ईरान के सबसे बड़े इस्लामी मदरसे क़ोम सेमिनरी में पढ़ाते हैं। पिछले कुछ वर्षों में, उनका राजनीतिक महत्व बढ़ा है और उन्होंने शासन में महत्वपूर्ण निर्णय लेने में भाग लिया है। 2005 और 2009 के चुनावों में उन्होंने अहमदीनेजाद का समर्थन किया और 2009 में हुए विरोध प्रदर्शनों को दबाने में भी उनकी भूमिका रही। 2021 में उन्हें अयातुल्ला की उपाधि दी गई।


2. अलीरेजा अराफी
अलीरेजा अराफी खामेनेई के करीबी सहयोगियों में से एक हैं। वह असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स के डिप्टी चेयरमैन और गार्जियन काउंसिल के सदस्य हैं। उनकी ईरान की सत्ता संरचना की गहरी समझ है।


3. अली असगर हेजाजी
हेजाजी खामेनेई के कार्यालय में राजनीतिक सुरक्षा मामलों का ध्यान रखते हैं। वह ईरान की खुफिया जानकारी को संभालते हैं और रक्षा और रणनीति में महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद करते हैं।


4. मोहम्मद गोलपायेगानी
गोलपायेगानी खामेनेई के कार्यालय में चीफ ऑफ स्टाफ हैं और उन्हें खामेनेई का भरोसेमंद सहयोगी माना जाता है। उन्हें ईरानी प्रशासनिक व्यवस्था की गहरी जानकारी है।


5. विशेषज्ञों की सभा
1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद से केवल दो लोग सर्वोच्च नेता बने हैं। सर्वोच्च नेता ईरान की सशस्त्र सेनाओं का प्रमुख होता है। ईरान में संसद और विशेषज्ञों की समिति भी है, जो सर्वोच्च नेता की नियुक्ति और उनके कार्यों पर नजर रखती है।