उत्तर कोरिया की परमाणु नीति: किम जोंग उन का स्पष्ट संदेश
किम जोंग उन की परमाणु सुरक्षा नीति
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि उनका देश अपनी सुरक्षा को केवल परमाणु हथियारों के माध्यम से सुनिश्चित करेगा। उन्होंने इसे उत्तर कोरिया की स्थायी और अपरिवर्तनीय नीति के रूप में वर्णित किया। राज्य मीडिया के अनुसार, किम ने हाल ही में परमाणु वैज्ञानिकों और तकनीकी विशेषज्ञों के साथ बैठक की, जिसमें परमाणु सामग्री और हथियारों के उत्पादन पर उच्च स्तरीय चर्चा की गई।
किम ने इस दौरान कहा कि परमाणु हथियारों की क्षमता को बढ़ाना देश की सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि शांति बनाए रखने और सुरक्षा सुनिश्चित करने की असली ताकत परमाणु शक्ति में निहित है। यही उत्तर कोरिया की अडिग नीति है। किम ने देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए परमाणु ढाल और तलवार को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
KCNA की रिपोर्ट के अनुसार, किम ने यह भी दावा किया कि देश की परमाणु क्षमता को बढ़ाने में प्रगति हुई है, हालांकि उन्होंने जिन दो महत्वपूर्ण कार्यों का उल्लेख किया, उनकी जानकारी साझा नहीं की गई। बैठक में वरिष्ठ पार्टी अधिकारी होंग सुंग-मू भी उपस्थित थे, जिन्हें उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम का प्रमुख रणनीतिकार माना जाता है। यह बयान उस समय आया है जब अमेरिकी प्रशासन ने उत्तर कोरिया के पूर्ण परमाणु निरस्तीकरण के संकल्प को दोहराया है।
हालांकि, किम ने हाल ही में संसद में कहा था कि यदि अमेरिका परमाणु निरस्तीकरण की शर्तें छोड़ देता है, तो उत्तर कोरिया बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि देश अपने परमाणु हथियारों को कभी नहीं छोड़ेगा। दक्षिण कोरिया के एक मंत्री के अनुसार, उत्तर कोरिया के पास वर्तमान में 2000 किलोग्राम तक उच्च संवर्धित यूरेनियम होने का अनुमान है और वह चार अलग-अलग स्थानों पर सेंट्रीफ्यूज का उपयोग करके परमाणु सामग्री तैयार कर रहा है।