उत्तर प्रदेश में रामराज की पहचान: दयाशंकर सिंह का बयान
उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री का महत्वपूर्ण बयान
लखनऊ। जब राज्य का राजा जागता है, तब वहां की जनता निश्चिंत होकर सोती है, और यही रामराज की असली पहचान है। यह बात उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने विधानमंडल के सबसे लंबे सत्र के दौरान कही, जो 'विकसित उत्तर प्रदेश@2047' पर केंद्रित है।
दयाशंकर सिंह ने रात करीब 2 बजे से सवा तीन बजे तक अपने सहयोगी सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर और विधायक राकेश सिंह के साथ मीडिया सेंटर में पहुंचकर विभिन्न मीडिया चैनलों को विशेष इंटरव्यू दिए। उन्होंने बताया कि 11 अगस्त से शुरू हुआ मानसून सत्र प्रदेश के इतिहास में सबसे लंबे सत्रों में से एक है। इस सत्र का मुख्य आकर्षण 'विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश@2047' पर 24 घंटे की विशेष चर्चा है, जिसमें सत्ता और विपक्ष के सदस्य पूरी रात सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
परिवहन मंत्री ने सत्र के दौरान अपने विभाग की उपलब्धियों और योजनाओं को उजागर किया। उन्होंने कहा कि यह सत्र न केवल 'विकसित उत्तर प्रदेश@2047' के विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि जनहितकारी योजनाओं को लागू करने की सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। दयाशंकर सिंह का यह बयान रामराज के सिद्धांत को उजागर करते हुए सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों को और मजबूत बनाता है।
सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 24 घंटे की चर्चा के निर्णय के लिए बधाई दी और कहा कि उत्तर प्रदेश को एक उत्कृष्ट और विकसित प्रदेश बनाने के लिए सभी विधायकों के विचारों को सुनना आवश्यक है। गौरीगंज (अमेठी) के विधायक राकेश प्रताप सिंह ने मथुरा में श्री बांके बिहारी मंदिर न्यास अध्यादेश 2025 की सराहना की, यह कहते हुए कि यह अध्यादेश मंदिर की व्यवस्था को और मजबूत करेगा।