उत्तराखंड में मानसून का कहर: यमुना घाटी में बादल फटने से भारी नुकसान
उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना
उत्तराखंड में मानसून का कहर जारी है। उत्तरकाशी जिले में एक बार फिर बादल फटने की घटना सामने आई है। जिला मजिस्ट्रेट प्रशांत आर्य के अनुसार, यह घटना यमुना घाटी के स्योरी फाल पट्टी में शनिवार शाम को हुई, जिससे नौगांव क्षेत्र में व्यापक नुकसान हुआ। मलबे में एक आवासीय घर दब गया और गंदा पानी आधा दर्जन से अधिक घरों में भर गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
बचाव कार्य जारी
प्रशांत आर्य ने बताया कि बादल फटने से आई बाढ़ के कारण कीचड़ निचले इलाकों में बह गया, जिससे नुकसान हुआ। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और आपदा प्रतिक्रिया बल मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया। प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। एसडीआरएफ की टीम ने स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य किया।
कोई हताहत नहीं
जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि इस घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। जब बादल फटा, उस समय कई लोग भारी बारिश के कारण अपने घरों को खाली कर चुके थे।
देवालसारी नदी में बहे वाहन
सूत्रों के अनुसार, देवालसारी नदी के उफान में एक मिक्सर मशीन और कुछ दोपहिया वाहन बह गए। मलबे में एक कार भी दब गई। नौगांव बाजार क्षेत्र में भूस्खलन से अफरा-तफरी मच गई, जिससे लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। इसके कारण दिल्ली-यमुनोत्री राजमार्ग भी बंद हो गया।
सीएम धामी की प्रार्थना
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फेसबुक पर लिखा कि उत्तरकाशी के नौगांव क्षेत्र में भारी बारिश से हुए नुकसान की सूचना मिलने पर उन्होंने जिला मजिस्ट्रेट से बात की और राहत कार्य को तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी की सुरक्षा की प्रार्थना की।
धराली में लापता लोग
उत्तरकाशी के धराली में पिछले महीने बादल फटने से बड़े पैमाने पर तबाही हुई थी, और अब भी 66 लोग लापता हैं। उनकी तलाश के लिए एनजीआरआई विशेषज्ञ भी तलाशी अभियान चला रहे हैं।