उद्धव और राज ठाकरे का ऐतिहासिक मिलन: एक मंच पर पहली बार
महाराष्ट्र में ठाकरे परिवार के प्रमुख सदस्य, उद्धव और राज ठाकरे, दो दशकों बाद एक मंच पर आए। इस ऐतिहासिक मिलन के दौरान राज ठाकरे ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम लेते हुए कहा कि उनके चाचा बालासाहेब ठाकरे भी उन्हें एक साथ नहीं ला सके। यह बयान राजनीतिक समीकरणों में बदलाव का संकेत है। जानें इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के बारे में और कैसे भाषा और संस्कृति ने दोनों भाइयों को एक मंच पर लाया।
Jul 5, 2025, 14:42 IST
ठाकरे परिवार का ऐतिहासिक मिलन
महाराष्ट्र में ठाकरे परिवार के प्रमुख सदस्य, उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे, दो दशकों के बाद एक ही मंच पर उपस्थित हुए। इस ऐतिहासिक अवसर पर राज ठाकरे ने एक ऐसा बयान दिया जिसने सभी को चौंका दिया। उन्होंने कहा कि उनके चाचा और शिवसेना के संस्थापक, बालासाहेब ठाकरे, भी उन्हें एक साथ नहीं ला सके, लेकिन उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह कर दिखाया। यह बयान शुक्रवार को मुंबई में 'मराठी भाषा गौरव दिन' के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में दिया गया, जहां उद्धव और राज ठाकरे ने मराठी भाषा के सम्मान में मंच साझा किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी उपस्थित थे।राज ठाकरे ने मजाकिया अंदाज में कहा, "आज हम एक साथ बैठे हैं। बालासाहेब ठाकरे भी हमें एक साथ नहीं ला सके, लेकिन देवेंद्र फडणवीस ने हमें एक साथ बैठा दिया।" यह सुनकर वहां मौजूद लोग हंस पड़े।
यह बयान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि राज ठाकरे ने 2006 में शिवसेना छोड़कर अपनी अलग पार्टी, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) बनाई थी। तब से दोनों भाइयों के बीच राजनीतिक मतभेद और दूरियां बनी हुई थीं।
हालांकि यह मंच राजनीतिक नहीं था, बल्कि सांस्कृतिक था, फिर भी दोनों भाइयों का एक साथ आना एक बड़ा संकेत है। राज ठाकरे का फडणवीस का नाम लेना दर्शाता है कि राजनीतिक समीकरण कैसे बदल रहे हैं और कैसे भाषा व संस्कृति जैसे मुद्दे प्रतिद्वंद्वियों को भी एक मंच पर ला सकते हैं।