×

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया

भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के लिए सीपी राधाकृष्णन का नाम प्रस्तावित किया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव को निर्विरोध कराने की इच्छा जताई है। वहीं, विपक्षी इंडिया गठबंधन भी चुनाव में उतरने की तैयारी कर रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सभी सहयोगी दलों के नेताओं की बैठक बुलाने की योजना बना रहे हैं। चुनाव आयोग ने चुनाव की प्रक्रिया की घोषणा कर दी है, जिसमें नामांकन की अंतिम तिथि 21 अगस्त है। जानें इस चुनाव की पूरी प्रक्रिया और गणित।
 

उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए का उम्मीदवार

भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने उपराष्ट्रपति पद के चुनाव हेतु महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन का नाम प्रस्तावित किया है। यह निर्णय भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में लिया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल थे। एनडीए ने यह भी संकेत दिया है कि वह चुनाव को निर्विरोध कराने की कोशिश कर रहा है और इसके लिए विपक्ष से बातचीत की जा रही है।


एनडीए की ओर से सीपी राधाकृष्णन का समर्थन

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह घोषणा की कि एनडीए की तरफ से सीपी राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे। उन्होंने कहा कि एनडीए चाहता है कि यह चुनाव बिना किसी मुकाबले के हो, ताकि उपराष्ट्रपति पद की गरिमा बनी रहे। इसके लिए विपक्षी नेताओं से भी संपर्क किया जा रहा है। जतन राम मांझी जैसे सहयोगी नेताओं ने भी राधाकृष्णन का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि वे एनडीए के साथ मजबूती से खड़े हैं। उल्लेखनीय है कि 6 अगस्त को हुई बैठक में एनडीए नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी और नड्डा को उम्मीदवार चुनने का अधिकार दिया था।


विपक्ष की रणनीति और इंडिया गठबंधन की बैठक

विपक्षी इंडिया गठबंधन भी चुनाव में उतरने की तैयारी कर रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 18 या 19 अगस्त को सभी सहयोगी दलों के नेताओं की बैठक बुला सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, खड़गे बैकचैनल वार्ताओं में लगे हुए हैं ताकि एक साझा नाम पर सहमति बन सके। इससे पहले राहुल गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह तय हुआ था कि भले ही एनडीए के पास बहुमत हो, लेकिन विपक्ष को राजनीतिक संदेश देने के लिए चुनाव में भाग लेना चाहिए। विपक्षी दलों का मानना है कि यह लोकतंत्र और विपक्ष की भूमिका को मजबूत करने का एक अवसर है।


चुनाव की प्रक्रिया और कार्यक्रम

चुनाव आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव का कार्यक्रम पहले ही जारी कर दिया है। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है, जबकि नामांकन की जांच 22 अगस्त को होगी और 25 अगस्त तक उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकते हैं। यदि मुकाबला होता है, तो मतदान 9 सितंबर को संसद भवन में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा और परिणाम उसी दिन घोषित किया जाएगा। इस चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सभी निर्वाचित और नामित सदस्य वोट डालेंगे।


उपराष्ट्रपति पद की स्थिति और गणित

पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद यह चुनाव आवश्यक हो गया। कुल 782 सांसदों में से जीत के लिए 391 वोटों की आवश्यकता है। एनडीए के पास लोकसभा में 293 और राज्यसभा में लगभग 130 सांसदों का समर्थन है, यानी कुल मिलाकर लगभग 422 सदस्यों का आंकड़ा उनके पक्ष में है। वहीं, इंडिया गठबंधन के पास लोकसभा में 234 और राज्यसभा में 77 सांसद हैं। इस दृष्टि से एनडीए की स्थिति मजबूत है, लेकिन विपक्ष चुनावी मुकाबले को लेकर गंभीर दिखाई दे रहा है।