एलन मस्क ने ट्रंप प्रशासन से लिया एक बड़ा कदम, DOGE मिशन पर जताई निराशा
एलन मस्क का ट्रंप प्रशासन से अलविदा
एलन मस्क, जो डोनाल्ड ट्रंप के करीबी माने जाते थे, ने अब ट्रंप प्रशासन से दूरी बना ली है। उन्होंने संघीय नौकरशाही में सुधार और खर्चों में कटौती के लिए DOGE मिशन का नेतृत्व किया था। अब इस मिशन के कार्यकाल के समाप्त होने के साथ, मस्क ने विशेष सरकारी कर्मचारी के रूप में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
मस्क का धन्यवाद और भविष्य की योजनाएं
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मस्क ने लिखा, "चूंकि विशेष सरकारी कर्मचारी के रूप में मेरा कार्यकाल समाप्त हो रहा है, मैं राष्ट्रपति ट्रंप को फिजूलखर्ची कम करने के अवसर के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। DOGE मिशन समय के साथ और मजबूत होगा क्योंकि यह सरकार चलाने का एक तरीका बन जाएगा।" इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि उनका दृष्टिकोण ट्रंप के हालिया निर्णयों से मेल नहीं खाता.
ट्रंप के 'Big Beautiful' बिल पर मस्क की आलोचना
मस्क ने ट्रंप के 'Big Beautiful' बिल की आलोचना की, जिसमें भारी टैक्स ब्रेक और रक्षा बजट में वृद्धि का प्रस्ताव था। उन्होंने इसे 'विफल नीति' करार दिया और कहा कि यह बिल सरकारी दक्षता के DOGE मॉडल के खिलाफ है। CBS को दिए एक इंटरव्यू में मस्क ने कहा, "यह एक अत्यधिक खर्चीला विधेयक है, जिससे घाटा और बढ़ेगा।"
130 दिनों की सलाहकार भूमिका का अंत
ट्रंप प्रशासन ने एलन मस्क को एक 'विशेष सरकारी कर्मचारी' के रूप में नियुक्त किया था, जिसके तहत वह साल में 130 दिन तक सरकारी नीतियों पर सलाह देते थे। यह कार्यकाल जनवरी में शुरू हुआ और मई के अंत में समाप्त हो गया। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि मस्क की 'ऑफबोर्डिंग' प्रक्रिया बुधवार रात से शुरू कर दी गई है.
DOGE मिशन का भविष्य
मस्क ने अपने DOGE मिशन के बारे में आशा व्यक्त की कि यह आने वाले वर्षों में एक स्थायी सरकारी मॉडल बन सकता है। उनका मानना है कि तकनीक, डेटा और दक्षता के माध्यम से सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और बचत लाई जा सकती है.
विचारधारा का टकराव
मस्क का यह निर्णय ट्रंप प्रशासन में विचारधारा के टकराव को उजागर करता है। जहां ट्रंप बड़े रक्षा और टैक्स खर्च को प्राथमिकता दे रहे हैं, वहीं मस्क सरकारी खर्चों में कटौती और टेक-संचालित दक्षता पर जोर दे रहे हैं। यह टकराव भविष्य में और गहराने की संभावना को जन्म देता है.