ओडिशा में छात्रों के लिए मुफ्त बस यात्रा और पाठ्यपुस्तकें
स्कूल छात्रों के लिए मुफ्त यात्रा की योजना
स्कूल छात्रों के लिए मुफ्त यात्रा: शिक्षा को अधिक सुलभ और समावेशी बनाने के लिए ओडिशा के शिक्षा मंत्री नित्यानंद गोंड ने कई महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा की है। इन पहलों का उद्देश्य अगली पीढ़ी को सशक्त बनाना और शिक्षा के क्षेत्र में समान अवसर प्रदान करना है।
सरकार ने स्कूली छात्रों के लिए सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा शुरू की है, जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों से आने वाले छात्रों को लाभ होगा। मंत्री नित्यानंद गोंड ने स्पष्ट किया, "स्कूल यूनिफॉर्म और पहचान पत्र पहने छात्र सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा कर सकते हैं।" यह कदम छात्रों की आर्थिक सहायता के साथ-साथ स्कूलों में उपस्थिति को भी बढ़ावा देगा।
मुफ्त पाठ्यपुस्तकों की सुविधा
सभी छात्रों के लिए मुफ्त पाठ्यपुस्तकें: शिक्षा को और अधिक समावेशी बनाने के लिए सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। पहले केवल अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों को मुफ्त पाठ्यपुस्तकें मिलती थीं, लेकिन अब यह सुविधा कक्षा एक से कक्षा दस तक के सभी छात्रों के लिए उपलब्ध होगी। इस पहल से छात्रों पर आर्थिक बोझ कम होगा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक उनकी पहुंच सुनिश्चित होगी। यह कदम शिक्षा में समानता को बढ़ावा देने में सहायक होगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप सुधार
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप सुधार: मंत्री गोंड ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत प्राथमिक शिक्षा में व्यापक बदलाव की बात की। उन्होंने बताया कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के ढांचे के अनुरूप विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा, "हम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर विशेष ध्यान देंगे।" यह सुधार शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने और छात्रों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद करेगा।
स्कूलों में बुनियादी ढांचे का सुधार
स्कूलों में बुनियादी ढांचे का सुधार: मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य के कई स्कूलों में बुनियादी ढांचे की कमी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार इसे प्राथमिकता देगी। गोंड ने कहा, "आने वाले दिनों में सुधार के लिए मुख्यमंत्री के साथ चर्चा हुई है।" स्कूलों में बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे, ताकि छात्रों को पढ़ाई के लिए अनुकूल माहौल मिल सके।