कंगना रनौत के खिलाफ किसानों का अपमान करने का मामला, कोर्ट ने सुनवाई की मंजूरी दी
कंगना रनौत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू
लखनऊ। आगरा जिले की विशेष एमपी-एमएलए अदालत ने भाजपा सांसद और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ किसानों का अपमान करने के आरोप में दायर याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है। अदालत ने कहा कि यह मामला उसी निचली अदालत में सुना जाएगा जिसने पहले इसे खारिज किया था। विशेष जज लोकेंद्र कुमार ने बुधवार को दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अपना निर्णय सुनाया। अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि अब इस मामले की अगली सुनवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
इस मामले में अदालत ने अब तक कंगना रनौत को छह बार समन भेजा है, लेकिन वह किसी भी तारीख पर अदालत में उपस्थित नहीं हुईं। याचिकाकर्ता ने इसे अदालत की अवमानना मानते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है।
राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग
कंगना के खिलाफ यह मामला वकील रामाशंकर शर्मा ने 11 सितंबर 2024 को दायर किया था। उन्होंने अपनी याचिका में आरोप लगाया कि कंगना ने 26 अगस्त 2024 को एक साक्षात्कार में किसानों के खिलाफ अपमानजनक बयान दिए थे। उनके बयानों में कहा गया था कि 'किसान आंदोलन के दौरान बलात्कार और हत्याएं हुईं, और अगर तीन बिलों की वापसी नहीं होती तो स्थिति गंभीर हो सकती थी।' इस बयान के कारण लाखों किसानों की भावनाएं आहत हुईं, ऐसा वकील ने कहा।
अब होगी कानूनी सुनवाई
जिला अदालत ने वकील की याचिका को स्वीकार करते हुए कहा कि मामले की विस्तृत सुनवाई अब निचली अदालत में की जाएगी। अदालत ने इसे गंभीर आरोप मानते हुए संबंधित धाराओं के तहत जांच की प्रक्रिया आगे बढ़ाने का आदेश दिया है।