×

कर्नाटक में सिद्दरमैया की स्थिति पर राजनीतिक चर्चाएँ तेज़

कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्दरमैया की स्थिति को लेकर राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि अंतिम निर्णय उच्च नेतृत्व द्वारा लिया जाएगा, जिससे अटकलें बढ़ गई हैं। हालांकि, पार्टी के अन्य नेता और सिद्दरमैया खुद इस बात का खंडन कर रहे हैं कि उनकी कुर्सी पर कोई खतरा है। भाजपा ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधा है। जानें इस राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में और क्या चल रहा है।
 

सिद्धारमैया की कुर्सी पर उठे सवाल

कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के भीतर मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के भविष्य को लेकर अटकलें बढ़ गई हैं। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्पष्ट किया कि इस मामले में अंतिम निर्णय पार्टी के उच्च नेतृत्व द्वारा लिया जाएगा, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कोई बदलाव होगा।

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने एक संयुक्त बयान में कहा कि वर्तमान में कोई परिवर्तन नहीं होगा और सिद्दरमैया अपने पूरे पांच साल के कार्यकाल को पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री ने भी मीडिया से कहा कि उनकी कुर्सी सुरक्षित है और ऐसी अफवाहें निराधार हैं।

सिद्धारमैया के करीबी मंत्री जमीर अहमद खान ने कहा, “सिद्धारमैया आग की तरह मजबूत हैं — जो उन्हें छूने की कोशिश करेगा, वह जल जाएगा।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि न तो मुख्यमंत्री पद और न ही किसी अन्य पद पर कोई बदलाव की संभावना है।

भाजपा ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला किया है। तेजस्वी सूर्या ने सवाल उठाया कि निर्णय किसका होगा – हाईकमान का या गांधी परिवार का। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने मांग की कि सिद्दरमैया को जमीन घोटाले के आरोपों की जांच तक इस्तीफा देना चाहिए।

वहीं, कांग्रेस के भीतर डी.के. शिवकुमार के समर्थक विधायकों की संख्या लगभग सौ बताई जा रही है, जो यह मानते हैं कि दिसंबर में नए मुख्यमंत्री की संभावना बढ़ सकती है। हालांकि, आलाकमान ने अभी तक किसी भी बदलाव से इनकार किया है और सुरजेवाला ने इसे “कल्पना” करार दिया है।

कुल मिलाकर, वर्तमान में सिद्दरमैया के कार्यकाल को पूरा करने की संभावना अधिक दिख रही है। कांग्रेस हाईकमान स्थिति पर ध्यान केंद्रित किए हुए है, जबकि भाजपा इसे अस्थिरता की साजिश के रूप में देख रही है।