कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन: राहुल गांधी को गोली मारने की धमकी पर विरोध
जींद में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
जींद। भाजपा के एक प्रवक्ता द्वारा राहुल गांधी को गोली मारने की धमकी देने वाले बयान के खिलाफ बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कोर्ट मोड में भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार का पुतला फूंककर अपना विरोध दर्ज कराया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रिषिपाल हैबतपुर ने किया। उन्होंने आरोपित के खिलाफ एसपी को शिकायत देकर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की। सोनीपत लोकसभा के सांसद सतपाल ब्रह्मचारी ने भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा प्रवक्ता अब खुलेआम राहुल गांधी को गोली मारने की धमकियां दे रहे हैं।
लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला
यह घटना लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है। कांग्रेस पार्टी ऐसी घटनाओं को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं करेगी। रिषिपाल हैबतपुर ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि भाजपा के प्रवक्ता पिंटू महादेव इस तरह की गुंडागर्दी की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। भाजपा शासन में कानून व्यवस्था की स्थिति पहले से ही खराब है, और अब भाजपा के प्रवक्ता सार्वजनिक रूप से राहुल गांधी जैसे लोकप्रिय नेताओं को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
यह दर्शाता है कि भाजपा पूरी तरह से बौखला चुकी है और विपक्ष के सवालों से डरकर इस स्तर तक गिर चुकी है। रिषिपाल ने केंद्र सरकार से मांग की कि भाजपा के प्रवक्ता के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की घृणित भाषा का प्रयोग न कर सके।
सड़क से संसद तक आवाज उठाएंगे
उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार और भाजपा संगठन इस मामले में चुप रहते हैं, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि यह बयान भाजपा की सुनियोजित राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है। रिषिपाल ने कहा कि राहुल गांधी देश की जनता की आवाज हैं और वे युवाओं, किसानों और आम जनता के अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे नेता को धमकाना न केवल कांग्रेस का अपमान है, बल्कि यह लोकतंत्र और संविधान का भी अपमान है। कांग्रेस पार्टी ऐसे किसी भी बयान को सहन नहीं करेगी और सड़क से लेकर संसद तक अपनी आवाज उठाएगी।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार नारे लगाए और भाजपा सरकार का प्रतीकात्मक पुतला जलाकर अपनी नाराजगी जताई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।