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कांग्रेस में भाजपा के प्रति निष्ठा रखने वाले नेताओं की पहचान में चुनौती

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी में भाजपा के प्रति निष्ठा रखने वाले नेताओं की पहचान की चुनौती दी है। गुजरात में दिए गए एक बयान में उन्होंने ऐसे नेताओं की पहचान करने की बात की थी, लेकिन अब तक किसी को पार्टी से बाहर नहीं किया गया है। इस बीच, पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने केंद्र सरकार की नीतियों का समर्थन किया है, जिससे उनकी निष्ठा पर सवाल उठ रहे हैं। जानें इस मुद्दे पर अन्य कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रियाएँ और पार्टी की आंतरिक स्थिति के बारे में।
 

राहुल गांधी की चुनौती और कांग्रेस के भीतर की स्थिति

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने हाल ही में गुजरात में एक अधिवेशन के दौरान कहा था कि पार्टी में कुछ नेता ऐसे हैं, जो भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे 30-40 नेताओं की पहचान कर उन्हें पार्टी से बाहर करने की बात की थी। हालांकि, अभी तक किसी को भी पार्टी से निकाला नहीं गया है। यह स्थिति राहुल गांधी की चुनौती को और बढ़ा रही है। वे केवल गुजरात की बात कर रहे थे, लेकिन अब यह स्पष्ट हो रहा है कि कांग्रेस में ऐसे कई लोग हैं, जो पार्टी से अधिक भाजपा के प्रति निष्ठा दिखा रहे हैं। दिलचस्प यह है कि इन लोगों की पहचान तब तक नहीं हो रही है जब तक वे खुद सामने नहीं आते। कांग्रेस ने कई नेताओं को पहले ही पहचान लिया है।


सलमान खुर्शीद की भूमिका और भाजपा के प्रति निष्ठा

पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद भी ऐसे ही नेताओं में शामिल हैं। कांग्रेस के कई नेता अब भी उम्मीद कर रहे हैं कि वे पार्टी की लाइन पर लौटेंगे। लेकिन सवाल यह है कि विदेश में जाकर सरकार की नीतियों का समर्थन करने की क्या आवश्यकता थी? भाजपा के नेता भी जिन मुद्दों पर चुप हैं, उन पर सलमान खुर्शीद ने खुलकर बात की। उन्हें विपक्ष के नेता के रूप में विदेशी डेलिगेशन में शामिल किया गया था, लेकिन वहां जाकर उन्होंने सरकार की प्रशंसा की। सीपीएम के सांसद जॉन ब्रिटास ने उन्हें टोका, जब खुर्शीद ने केंद्र सरकार की तारीफ की।


अनुच्छेद 370 पर खुर्शीद की टिप्पणियाँ

सलमान खुर्शीद ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और अनुच्छेद 370 को हटाने के केंद्र सरकार के फैसले की सराहना की। यह सच है कि कांग्रेस ने इस फैसले का सार्वजनिक रूप से विरोध नहीं किया है, लेकिन पार्टी के नेता इसकी प्रशंसा भी नहीं करते। खुर्शीद ने विदेश में जाकर अनुच्छेद 370 का जिक्र किया और केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया, साथ ही इसकी बहाली की मांग करने वालों की आलोचना की। इस प्रकार, खुर्शीद ने भाजपा नेताओं से एक कदम आगे बढ़कर अपनी स्थिति स्पष्ट की।


अन्य कांग्रेस नेताओं की स्थिति

शशि थरूर ने भी केंद्र सरकार के प्रति अपनी निष्ठा दिखाई है, यह कहते हुए कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना ने पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक किया। इन दोनों नेताओं के विपरीत, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी ने विपक्षी सांसदों की तरह व्यवहार किया। हालांकि, जी 23 के सदस्यों के रूप में उनकी निष्ठा पर सवाल उठाए जाते हैं।