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कांग्रेस में शशि थरूर की चुप्पी: क्या है उनके मौन का रहस्य?

संसद के मानसून सत्र में कांग्रेस नेता शशि थरूर की चुप्पी ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। उन्हें आधिकारिक स्पीकर्स लिस्ट में शामिल नहीं किया गया, और जब पत्रकारों ने उनकी प्रतिक्रिया मांगी, तो उन्होंने केवल 'मौनव्रत' कहा। इस स्थिति ने कांग्रेस के भीतर मतभेदों और थरूर की अनुपस्थिति के कारण उठे सवालों को जन्म दिया है। जानें इस मुद्दे पर और क्या हो रहा है, और कौन-कौन से नेता बहस में शामिल होंगे।
 

संसद में थरूर की चुप्पी पर उठे सवाल

मानसून सत्र के दौरान, जहां सरकार और विपक्ष 'ऑपरेशन सिंदूर' और पहलगाम आतंकी हमले पर आमने-सामने हैं, वहीं कांग्रेस नेता शशि थरूर की चुप्पी चर्चा का विषय बन गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, थरूर को कांग्रेस की आधिकारिक स्पीकर्स लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है। जब पत्रकारों ने इस पर उनकी प्रतिक्रिया मांगी, तो उन्होंने केवल दो शब्द कहे, "मौनव्रत, मौनव्रत"।


कांग्रेस की रणनीति और थरूर की अनुपस्थिति

इस घटनाक्रम ने राजनीतिक हलकों में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस ने अपने सांसदों के लिए संसद में तीन दिनों तक अनिवार्य उपस्थिति का व्हिप जारी किया है, लेकिन थरूर की अनुपस्थिति और पार्टी नेतृत्व से उनके मतभेदों को देखते हुए चर्चा तेज हो गई है।


कौन-कौन करेगा बहस?

राहुल-प्रियंका समेत ये नेता करेंगे बहस

कांग्रेस द्वारा जारी सूची के अनुसार, लोकसभा में विपक्ष का नेतृत्व गौरव गोगोई करेंगे। प्रमुख वक्ताओं में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुड्डा, प्रिनिटी शिंदे, सप्तगिरी उला्का और बृजेन्द्र ओला शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, प्रियंका गांधी शाम 4:30 बजे बोलने की संभावना है।


क्या थरूर ने खुद किया बहस से इनकार?

खुद थरूर ने किया बहस से इनकार?

कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार, शशि थरूर ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर होने वाली बहस में भाग लेने से मना कर दिया है। यह भी बताया गया है कि थरूर हाल ही में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अमेरिका दौरे पर थे, जिससे उनकी अनुपस्थिति को एक संभावित कारण माना जा रहा है।


कांग्रेस के साथ थरूर के रिश्ते में खटास

2021 से कांग्रेस से तल्खी

शशि थरूर का कांग्रेस के साथ रिश्ता 2021 से कुछ ठंडा पड़ा है, जब वे 'G-23' नामक असंतुष्ट नेताओं के समूह का हिस्सा बने। इस समूह ने लगातार चुनावी हार के बाद गांधी परिवार के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। माना जा रहा है कि यही मतभेद अब भी कहीं न कहीं असर डाल रहे हैं।


सरकार और विपक्ष के बीच लंबी बहस की तैयारी

एनडीए और विपक्ष के बीच 16 घंटे की मैराथन बहस तय

सप्ताहभर की बाधाओं के बाद, सरकार और विपक्ष दोनों ही सदनों में 16 घंटे की लंबी बहस पर सहमत हो गए हैं। हालांकि, अनुभव से यह समय और बढ़ सकता है। एनडीए और विपक्ष दोनों की ओर से 'टॉप गन्स' को मैदान में उतारने की तैयारी है।


बीजेपी के मुख्य वक्ता

शाह, राजनाथ सिंह, जयशंकर होंगे BJP के मुख्य वक्ता

सरकारी पक्ष की ओर से गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर बहस में हिस्सा लेंगे। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आतंकवाद पर सरकार की "कठोर नीति" स्पष्ट करने के लिए हस्तक्षेप कर सकते हैं।


विपक्ष का हंगामा जारी

बिहार वोटर लिस्ट विवाद पर विपक्ष का हंगामा जारी

संसद का मानसून सत्र शुरू होने के बाद से एक भी दिन सदन सुचारू रूप से नहीं चल पाया है। विपक्ष लगातार बिहार में चल रहे विशेष मतदाता सूची संशोधन (Special Intensive Revision - SIR) और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग कर रहा है, जिस कारण से सदन की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी।