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किसानों का लैंड पूलिंग नीति के खिलाफ बाइक मार्च, सीएम को खुली बहस का न्योता

पंजाब में लैंड पूलिंग नीति के खिलाफ किसानों का विरोध जारी है। किसान मजदूर मोर्चा ने 11 अगस्त को पूरे राज्य में बाइक मार्च का आयोजन करने का निर्णय लिया है। इस दौरान, किसानों ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को खुली बहस का न्योता भी दिया है। बैठक में विभिन्न किसान संगठनों के नेताओं ने भाग लिया और एकजुटता का आह्वान किया। जानें इस आंदोलन की पूरी कहानी और किसानों की आगे की रणनीति के बारे में।
 

किसानों का विरोध जारी


किसान बाइक मार्च का आयोजन


पंजाब में लैंड पूलिंग नीति के खिलाफ किसानों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार के प्रतिनिधि इस नीति को किसानों के हित में बताते हुए इसके प्रचार में जुटे हैं, जबकि विरोधी दल और किसान संगठन इसका विरोध कर रहे हैं। पिछले सप्ताह किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकालकर डीसी स्तर के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा था, और अब 11 अगस्त को पूरे राज्य में किसान बाइक रैली आयोजित करने की योजना बनाई गई है।


महत्वपूर्ण बैठक में लिए गए निर्णय

इस संबंध में निर्णय लुधियाना में किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) की एक महत्वपूर्ण बैठक में लिया गया। बैठक में यह घोषणा की गई कि 11 अगस्त को लैंड पूलिंग योजना के खिलाफ पूरे पंजाब में किसान बाइक मार्च निकाला जाएगा। केएमएम ने सभी संगठनों की एकजुटता को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) को पत्र भी भेजा है।


सीएम को खुली बहस का न्योता

किसान नेताओं ने 8 अगस्त को मुख्यमंत्री भगवंत मान को लैंड पूलिंग नीति पर खुली बहस का न्योता दिया है। बैठक में विभिन्न किसान संगठनों के नेता शामिल हुए। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि उनका संगठन 11 तारीख को पंजाब के विभिन्न गांवों में बाइक मार्च निकालेगा और लैंड पूलिंग योजना का विरोध करेगा।


एकजुटता का आह्वान

सरवन सिंह पंधेर ने भूमि अधिग्रहण योजना के मुद्दे पर एकजुटता का आह्वान किया और रङट को एक पत्र लिखा है। 5 अगस्त को जालंधर में एक बड़ी बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।