कैरेबियन सागर में अमेरिकी सैन्य कार्रवाई से बढ़ा अंतरराष्ट्रीय तनाव
कैरेबियन सागर में हाल ही में अमेरिकी सैन्य गतिविधियों ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। अमेरिका द्वारा किए गए हवाई हमलों में कई लोगों की मौत हुई है, जिससे वैश्विक तनाव बढ़ गया है। अमेरिका का दावा है कि यह अभियान ड्रग-तस्करी से निपटने के लिए है, लेकिन मानवाधिकार संगठनों ने इसे अस्वीकार्य बताया है। वेनेजुएला के राष्ट्रपति ने इसे अवैध आक्रामकता करार दिया है। इस घटनाक्रम के राजनीतिक और कूटनीतिक प्रभाव आने वाले दिनों में और गहरे होने की संभावना है।
Nov 2, 2025, 22:47 IST
अमेरिकी सैन्य गतिविधियों का बढ़ता प्रभाव
हाल के दिनों में कैरेबियन सागर में अमेरिका की सैन्य गतिविधियों ने वैश्विक राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। हालिया घटनाक्रम में, अमेरिका ने शनिवार को एक नौका पर हवाई हमला किया, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने इस हमले की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की, यह बताते हुए कि यह कार्रवाई राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर की गई थी।
हमले की वैधता पर सवाल
जानकारी के अनुसार, हमले के समय नौका पर मौजूद तीनों व्यक्तियों को अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने 'नार्को-टेररिस्ट' के रूप में पहचाना था। यह हमला अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र में किया गया, जिससे इस कार्रवाई की वैधता पर सवाल उठने लगे हैं।
पिछले हमलों का आंकड़ा
इस सप्ताह बुधवार को हुए एक अन्य हमले में चार लोगों की मौत हुई थी, जबकि सोमवार को हुए हमलों में 14 लोग मारे गए थे। सितंबर से शुरू हुए इस अभियान में अब तक 62 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, और 14 नावों के साथ एक आधी डूबने वाली नाव को भी नष्ट किया गया है। पीड़ितों में वेनेजुएला और कोलंबिया के नागरिक शामिल हैं।
अमेरिका का अभियान और मानवाधिकार चिंताएं
अमेरिका का कहना है कि यह अभियान ड्रग-तस्करी से जुड़े नेटवर्क को समाप्त करने के लिए चलाया जा रहा है, लेकिन इस संबंध में कोई ठोस सबूत अब तक पेश नहीं किया गया है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने इन हमलों को 'अस्वीकार्य' करार दिया है और अमेरिका से ऐसी कार्रवाइयों को तुरंत रोकने की अपील की है। उनके अनुसार, यह स्पष्ट रूप से अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवाधिकार सिद्धांतों का उल्लंघन है।
अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ता तनाव
इस सैन्य अभियान ने वेनेजुएला और कोलंबिया के साथ अमेरिका के संबंधों में तनाव को और बढ़ा दिया है। वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने इन हमलों को 'अवैध आक्रामकता' बताया है और आरोप लगाया है कि अमेरिकी प्रशासन उनके शासन को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। रूस ने भी इन कार्रवाइयों की कड़ी निंदा की है और वेनेजुएला की संप्रभुता का समर्थन किया है।
अमेरिका की सैन्य तैनाती में वृद्धि
हाल ही में, अमेरिका ने कैरेबियन क्षेत्र में अपनी सैन्य तैनाती को बढ़ा दिया है, जिसमें एडवांस जंगी जहाज, एफ-35 लड़ाकू विमान, परमाणु पनडुब्बी और बड़ी संख्या में सैनिक शामिल हैं। इसके अलावा, अमेरिका ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति मादुरो के खिलाफ गिरफ्तारी सूचना देने पर इनाम बढ़ाकर 50 मिलियन डॉलर कर दिया है और उन पर ड्रग-तस्करी जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
वैश्विक राजनीति में टकराव की स्थिति
इन घटनाओं के बीच, कैरेबियन क्षेत्र में अमेरिकी कार्रवाई और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं एक बार फिर वैश्विक राजनीति में टकराव की स्थितियों को उजागर कर रही हैं। यह स्पष्ट है कि इस पूरे घटनाक्रम के राजनीतिक और कूटनीतिक प्रभाव आने वाले समय में और गहरे होंगे। स्थिति का विकास और इस पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं देखना दिलचस्प होगा, क्योंकि अभी मामले की जड़ तक पहुंचने के लिए कई परतें बाकी हैं। कुल मिलाकर, यह मुद्दा अब केवल एक सैन्य कार्रवाई से कहीं ज्यादा बड़ा और संवेदनशील बन चुका है।