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क्या अमेरिका की ईर्ष्या से प्रभावित हो रहा है भारत का विकास? राजनाथ सिंह का बयान

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में एक कार्यक्रम में भारत की प्रगति पर टिप्पणी करते हुए अमेरिका के व्यापारिक टैरिफ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कुछ शक्तियाँ भारत की बढ़ती आर्थिक क्षमता से ईर्ष्या कर रही हैं। राजनाथ सिंह ने आत्मनिर्भरता के लक्ष्य की ओर भारत की प्रगति को भी रेखांकित किया। उनका मानना है कि भारत की विकास गति को कोई भी शक्ति रोक नहीं सकती। जानिए इस बयान के पीछे की पूरी कहानी और भारत की वैश्विक पहचान पर इसका क्या असर होगा।
 

राजनाथ सिंह का बयान

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को एक कार्यक्रम में अप्रत्यक्ष रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भारत की तेज़ प्रगति कुछ देशों को पसंद नहीं आ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ शक्तियाँ भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत और वैश्विक प्रभाव से ईर्ष्या कर रही हैं और सोचती हैं, "हम ही सबके बॉस हैं।"


भारतीय उत्पादों पर टैरिफ का असर

मध्य प्रदेश में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि वैश्विक बाजारों में भारतीय उत्पादों को महंगा करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता प्रभावित हो रही है। उनके अनुसार, यदि भारतीय वस्तुएं विदेशी सामान से महंगी हो जाएंगी, तो उनकी बिक्री में कमी आना स्वाभाविक है।


अमेरिका-भारत व्यापार तनाव

राजनाथ सिंह की यह टिप्पणी उस समय आई है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों में तनाव बढ़ा हुआ है। अमेरिका ने हाल ही में भारतीय निर्यात पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया है, जिसे भारत ने 'अनुचित और अस्वीकार्य' बताया है। भारत ने स्पष्ट किया है कि वह अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।


भारत की प्रगति पर विश्वास

रक्षा मंत्री ने आत्मविश्वास के साथ कहा कि भारत की विकास गति को कोई भी शक्ति रोक नहीं सकती। उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई ताकत भारत को एक बड़ी वैश्विक शक्ति बनने से नहीं रोक सकती। उन्होंने यह भी बताया कि भारत अब केवल आर्थिक मोर्चे पर ही नहीं, बल्कि सामरिक और रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।


रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता

राजनाथ सिंह ने बताया कि पहले भारत अपनी रक्षा जरूरतों के लिए पूरी तरह से विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भर था। लेकिन अब कई रक्षा उपकरण भारत में ही निर्मित हो रहे हैं। ये न केवल देश की सुरक्षा जरूरतों को पूरा कर रहे हैं, बल्कि अन्य देशों को भी निर्यात किए जा रहे हैं। यह बदलाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान का परिणाम है।


वैश्विक शक्ति बनने की दिशा में

कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की तेज़ आर्थिक और तकनीकी प्रगति का प्रभाव वैश्विक राजनीति और सुरक्षा व्यवस्था पर भी दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में भारत न केवल एशिया में, बल्कि पूरी दुनिया में एक संतुलनकारी शक्ति के रूप में अपनी पहचान बनाएगा। उनके अनुसार, व्यापारिक बाधाएं और टैरिफ जैसे अवरोध भारत की गति को धीमा नहीं कर सकते।