क्या ईरान-इजरायल संघर्ष फिर से भड़केगा? ट्रंप के सीजफायर के बाद बढ़ा तनाव
सीजफायर की घोषणा के बाद फिर से बढ़ा तनाव
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम की घोषणा के कुछ घंटों बाद ही स्थिति फिर से तनावपूर्ण हो गई है। इजरायली रक्षा मंत्री इस्राइल कैट्ज ने मंगलवार को बताया कि ईरान ने सीजफायर का उल्लंघन करते हुए मिसाइलें दागी हैं, जिसके बाद उन्होंने अपनी सेनाओं को तेहरान में जवाबी कार्रवाई का आदेश दिया है.
सीजफायर का उल्लंघन
कुछ समय पहले, ट्रंप ने 'ट्रुथ सोशल' पर दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा की थी, जिसे ईरान और इजरायल ने स्वीकार किया था। लेकिन इसके तुरंत बाद, ईरान ने इजरायल पर मिसाइलें दागी, जिससे पूरे देश में सायरन बजने लगे और नागरिकों को बम शेल्टर में जाने की सलाह दी गई.
इजरायल का जवाबी हमला
इस्राइल कैट्ज ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा घोषित युद्धविराम के बावजूद ईरान ने इजरायल पर मिसाइल हमले कर सीजफायर का उल्लंघन किया है। उन्होंने इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) को आदेश दिया है कि वे तेहरान के आतंकी ठिकानों पर उच्च तीव्रता से कार्रवाई करें.
सायरन की गूंज
ईरान द्वारा दागी गई मिसाइलों के कारण इजरायल के कई शहरों में अलर्ट जारी किया गया और सायरन बजाए गए। सेना ने नागरिकों से कहा कि वे तुरंत अपने नजदीकी बंकरों या बम शेल्टर्स में शरण लें। इस घटनाक्रम ने क्षेत्र में युद्ध की आशंका को फिर से बढ़ा दिया है.
ट्रंप का शांति प्रयास
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर कहा था कि ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर लागू हो गया है। लेकिन इस घोषणा के कुछ घंटों के भीतर ही ईरान ने मिसाइल हमले किए, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि ईरान ने इस समझौते को गंभीरता से नहीं लिया.
इजरायल की कठोर नीति
इस्राइल कैट्ज ने कहा कि इजरायल की नीति हमेशा से यही रही है कि जो भी सीजफायर का उल्लंघन करेगा, उसे कठोर जवाब दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि हम तेहरान में मौजूद सभी ठिकानों को तबाह करेंगे जो ईरानी शासन या आतंकवाद से जुड़े हुए हैं.
क्या युद्ध फिर से छिड़ेगा?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह सीजफायर अब केवल नाममात्र का रह गया है। यदि ईरान के हमले जारी रहते हैं, तो इजरायल और भी आक्रामक होकर जवाबी हमले करेगा, जिससे पश्चिम एशिया एक बार फिर से युद्ध की आग में झुलस सकता है.