क्या उद्धव और राज ठाकरे का गठबंधन होगा? मुंबई में फिर से हुई मुलाकात
शिवसेना-UBT और MNS के नेताओं की मुलाकात
Maharashtra local elections : रविवार को मुंबई में एक निजी समारोह में शिवसेना-UBT के प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के संस्थापक राज ठाकरे एक बार फिर एक साथ दिखाई दिए। इस अवसर पर आदित्य ठाकरे भी उपस्थित थे, जो शिवसेना-UBT सांसद संजय राउत के पोते के नामकरण समारोह में शामिल हुए। इस दौरान दोनों परिवारों के सदस्यों के बीच बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है।
मराठी विजय रैली के बाद बढ़ी मुलाकातें
मराठी विजय रैली के बाद बढ़ी मुलाकातें
इस जुलाई में मुंबई में आयोजित 'मराठी विजय रैली' के बाद से दोनों ठाकरे चचेरे भाइयों के बीच सहयोग की संभावनाएं बढ़ गई हैं। तब से दोनों नेताओं ने कई बार मुलाकातें की हैं, जिनमें हाल ही में राज ठाकरे के दादर स्थित निवास 'शिवतीर्थ' में हुई मुलाकात शामिल है। इसके अतिरिक्त, अगस्त में गणेश चतुर्थी के अवसर पर भी दोनों ने एक-दूसरे से मुलाकात की थी।
राज ठाकरे का शिवसेना से अलगाव
राज ठाकरे का शिवसेना से अलगाव
2005 में राज ठाकरे ने शिवसेना से अलग होने का निर्णय लिया था, जिसमें उन्होंने 'अपमान और ठेस' की बात कही थी। उद्धव ठाकरे ने इसे बाद में 'गलतफहमी' बताया था। इसके बाद 2006 में राज ने अपनी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) की स्थापना की। हालांकि, दोनों पार्टियां राजनीतिक मोर्चे पर संघर्ष कर रही हैं, जिसकी वजह से उनके गठबंधन की चर्चाएं तेज हो रही हैं।
संजय राउत के बयान ने दी उम्मीद
संजय राउत के बयान ने दी उम्मीद
अगस्त में संजय राउत ने संकेत दिया था कि शिवसेना-UBT और MNS शायद स्थानीय निकाय चुनावों में एक साथ उतरेंगे। उन्होंने कहा था कि 'राज और उद्धव ठाकरे की ताकत मराठी भाषियों की एकता है, जिसे कोई तोड़ नहीं सकता।' यह बयान गठबंधन की संभावनाओं को मजबूत करता है।
ठाकरों की हार, बीजेपी का हमला
ठाकरों की हार, बीजेपी का हमला
इस बीच, अगस्त में हुए BEST कर्मचारी क्रेडिट सोसायटी चुनावों में ठाकरों की दोनों पार्टियों ने भारी हार का सामना किया। 21 सीटों पर चुनाव लड़े गए, जिसमें उद्धव के UBT ने 18 और MNS ने 2 उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन सभी सीटें बीजेपी के खाते में गईं। इस हार के बाद बीजेपी ने ठाकरों पर कड़ी टिप्पणी की। मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा कि 'ठाकरे ब्रांड अब शून्य हो गया है।' उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि 'ब्रांड के मालिक एक भी सीट जीत नहीं पाए, हमने उन्हें उनकी जगह दिखा दी।'