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क्या डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच शांति स्थापित की? व्हाइट हाउस का दावा

व्हाइट हाउस ने डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को दोहराया है जिसमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का उल्लेख किया था। प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि ट्रंप ने कई अंतरराष्ट्रीय संघर्षों का समाधान किया। हालांकि, भारत सरकार ने इस दावे को खारिज किया है। संसद में विपक्ष ने इस मुद्दे को उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी से स्पष्टीकरण मांगा है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी।
 

ट्रंप का दावा फिर से उभरा

संयुक्त राज्य अमेरिका ने एक बार फिर से डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान को दोहराया है, जिसमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का दावा किया था। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान कई देशों के बीच शांति स्थापित की, जिसमें भारत-पाकिस्तान भी शामिल हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए।


लेविट का बयान

लेविट का दावा 


लेविट ने कहा कि ट्रंप ने औसतन हर महीने एक अंतरराष्ट्रीय संघर्ष का समाधान किया। उन्होंने भारत-पाकिस्तान, इज़राइल-ईरान, रवांडा-कांगो, थाईलैंड-कंबोडिया, मिस्र-इथियोपिया और सर्बिया-कोसोवो जैसे देशों के बीच संघर्ष समाप्त कर शांति स्थापित की।


थाईलैंड और कंबोडिया के हालिया विवाद पर बोलते हुए, लेविट ने बताया कि ट्रंप के हस्तक्षेप से 300,000 से अधिक लोगों को विस्थापन से बचाया गया। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने इन देशों के बीच तत्काल और बिना शर्त युद्धविराम सुनिश्चित किया और मानवीय संकट को टाल दिया।


भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष

भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष 


भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष के संदर्भ में, ट्रंप ने पहले भी यह दावा किया था कि उन्होंने दोनों देशों पर व्यापार समझौते को लेकर दबाव डाला, जिससे युद्धविराम संभव हुआ। ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका ने व्यापारिक हितों को हथियार बनाकर शांति की दिशा में काम किया।


हालांकि, भारत सरकार ने ट्रंप के इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि युद्धविराम पाकिस्तानी डीजीएमओ द्वारा प्रस्तावित किया गया था और इस प्रक्रिया में कोई तीसरा पक्ष शामिल नहीं था।


इस बीच, संसद में विपक्ष ने इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया है। विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ट्रंप के दावे पर जवाब मांगा है। साथ ही अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 25% टैरिफ और जुर्माने का मामला भी संसद में गर्माया हुआ है।