×

क्या राहुल गांधी की जंगल सफारी ने बिहार चुनाव में कांग्रेस की स्थिति को कमजोर किया?

बिहार विधानसभा चुनाव के बीच राहुल गांधी की पचमढ़ी यात्रा ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। भाजपा ने उनकी जंगल सफारी पर कटाक्ष करते हुए सवाल उठाए हैं कि क्या यह कांग्रेस की स्थिति को कमजोर करेगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी इस पर तंज कसा है। जानिए इस राजनीतिक विवाद के पीछे की कहानी और क्या है नेताओं की प्रतिक्रिया।
 

राहुल गांधी का पचमढ़ी दौरा


नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान, कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के पचमढ़ी का दौरा किया। इस यात्रा में उन्होंने सतपुड़ा नेशनल पार्क में जंगल सफारी का आनंद लिया, जिसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं। इस पर भाजपा ने राहुल गांधी पर कटाक्ष किया है।


भाजपा प्रवक्ता का कटाक्ष

भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने 'एक्स' पर टिप्पणी करते हुए कहा कि राहुल गांधी के लिए 'एलओपी' का मतलब पर्यटन और पार्टी के नेता होना है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब बिहार चुनाव चल रहे हैं, तब राहुल छुट्टी पर चले जाते हैं। हारने पर वे चुनाव आयोग को दोष देते हैं और छुट्टियों की फाइलें पेश करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस हमेशा इसी तरह की गलतियाँ करती रही है।




मुख्यमंत्री मोहन यादव का तंज

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी राहुल गांधी की जंगल सफारी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि राहुल को पता है कि चुनाव बिहार में हो रहे हैं, लेकिन वे पचमढ़ी में छुट्टियाँ मना रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस की स्थिति चुनाव में बिन दूल्हे की बारात जैसी है, और वे मानसिक रूप से हार चुके हैं।


पीएम मोदी का इशारा

प्रधानमंत्री मोदी ने बिना नाम लिए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े लोग अब राज्य में आ रहे हैं और मछली पकड़ने के लिए गोता लगा रहे हैं। हाल ही में, राहुल गांधी ने युवाओं के साथ पोखर में कूदकर मछली पकड़ने का आनंद लिया था, जिसमें विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी और एनएसयूआई के कन्हैया कुमार भी शामिल थे।