क्या विपक्ष की लोकतंत्र की रक्षा की कोशिशें सफल होंगी? अखिलेश यादव का बैरिकेड कूदना चर्चा का विषय
विपक्ष का चुनाव आयोग के खिलाफ मार्च
विपक्षी दलों का विरोध प्रदर्शन : देश की राजनीतिक स्थिति एक बार फिर गर्म हो गई है जब विपक्षी पार्टियों ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग के खिलाफ मार्च निकाला। यह मार्च संसद भवन से शुरू हुआ और इसमें कई प्रमुख विपक्षी नेता शामिल हुए। उनका आरोप है कि चुनाव आयोग और सत्तारूढ़ भाजपा के बीच मिलीभगत है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है। हालांकि, चुनाव आयोग और भाजपा ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।
अखिलेश यादव का बैरिकेड पार करना
अखिलेश यादव ने बैरिकेड पार किया
मार्च के दौरान जब पुलिस ने नेताओं को रोकने के लिए बैरिकेड लगाए, तो समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का एक वीडियो सामने आया। इस वीडियो में वे पहले एक पुलिसकर्मी से बातचीत करते हैं, फिर अपनी लाल टोपी ठीक करते हैं और बैरिकेड पर चढ़कर उसे पार कर जाते हैं। बैरिकेड पार करते ही उन्होंने कहा, "सरकार हमें रोकने के लिए पुलिस का सहारा ले रही है।" उनका यह कदम सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया।
कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी
राहुल और प्रियंका गांधी हिरासत में
इस मार्च में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, शिवसेना (उद्धव गुट) के संजय राउत और अन्य सांसद भी शामिल थे। जैसे ही प्रदर्शन आगे बढ़ा, पुलिस ने इन नेताओं को रोककर एक बस में बैठा दिया और नज़दीकी थाने ले गई। पुलिस का कहना था कि इस तरह के बड़े प्रदर्शन की अनुमति नहीं ली गई थी और केवल 30 सांसदों को चुनाव आयोग तक जाने की इजाजत थी।
संविधान की रक्षा की बात
राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह लड़ाई केवल एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि संविधान की रक्षा की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि 'एक व्यक्ति, एक वोट' का अधिकार खतरे में है और सच्चाई को दबाया जा रहा है। उनका आरोप था कि बेंगलुरु की एक विधानसभा सीट पर मतदान में धांधली हुई है।
सरकार पर प्रियंका गांधी का हमला
प्रियंका गांधी ने सरकार को कायर बताया
विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि सरकार डरी हुई है और इसलिए विपक्ष को चुप कराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, "वे लोग डरे हुए हैं, इसलिए इस तरह की कार्रवाई कर रहे हैं।"
डिंपल यादव का सवाल
डिंपल यादव ने उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने उत्तर प्रदेश में हुए उपचुनावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि वहां न सिर्फ वोट चोरी हुई, बल्कि बूथों पर कब्जा भी किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के आदेश पर काम कर रहे अधिकारियों के खिलाफ चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की।
भाजपा का पलटवार
विपक्ष के आरोपों का खंडन
भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने विपक्ष के आरोपों को नकारते हुए कहा कि विपक्ष ऐसे लोगों को वोटर लिस्ट में बनाए रखना चाहता है जो या तो मर चुके हैं या विदेशी नागरिक हैं। उन्होंने इसे विपक्ष की सोची-समझी साजिश बताया।
राहुल गांधी पर आरोप
अमित मालवीय का बयान
अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने आरोपों को साबित करने के लिए कोई कानूनी सबूत या शपथ पत्र नहीं दिया है। यहां तक कि कांग्रेस और राजद के हजारों बूथ लेवल एजेंट्स ने भी कोई दावा या आपत्ति दर्ज नहीं कराई है।
लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई?
क्या यह राजनीतिक रणनीति है?
यह घटना केवल एक विरोध प्रदर्शन नहीं, बल्कि लोकतंत्र की पारदर्शिता और चुनाव प्रणाली की निष्पक्षता पर बड़ा सवाल बन गई है। विपक्ष इसे लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई बता रहा है, जबकि सत्तारूढ़ पार्टी इसे विपक्ष की हताशा मान रही है। अब जनता को तय करना है कि सच्चाई किसके पक्ष में है।