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क्रेडिट कार्ड लेने का असर: जानें आपके स्कोर पर क्या प्रभाव पड़ता है

नए क्रेडिट कार्ड लेने का निर्णय कई फायदे और नुकसान लेकर आता है। यह न केवल खर्चों को प्रबंधित करने में मदद करता है, बल्कि आपके क्रेडिट स्कोर पर भी प्रभाव डालता है। जानें कि कैसे एक नया कार्ड आपके स्कोर को सकारात्मक या नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है, और इसके सही प्रबंधन के लिए क्या कदम उठाने चाहिए। इस लेख में हम क्रेडिट प्रोफ़ाइल, पेमेंट रिकॉर्ड, और ड्यू डेट के प्रबंधन के महत्व पर चर्चा करेंगे।
 

क्रेडिट कार्ड स्कोर


आजकल, नए क्रेडिट कार्ड लेना एक समझदारी भरा निर्णय माना जाता है। यह न केवल खर्चों को नियंत्रित करने में सहायक होता है, बल्कि रिवॉर्ड, ऑफ़र और कैशबैक जैसे लाभ भी प्रदान करता है।


महत्वपूर्ण यह है कि यदि इसे सही तरीके से प्रबंधित किया जाए, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को काफी सुधार सकता है। एक नए कार्ड का आपके स्कोर पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह का प्रभाव हो सकता है। आइए जानते हैं कि नया क्रेडिट कार्ड आपकी क्रेडिट प्रोफ़ाइल को कैसे प्रभावित करता है।


नए क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते समय

जब आप नए क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी आपकी क्रेडिट प्रोफ़ाइल की जांच करती है। इसे हार्ड इंक्वायरी कहा जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान आपके स्कोर में थोड़ी गिरावट आना सामान्य है। हालांकि, यह गिरावट आमतौर पर मामूली और अस्थायी होती है। लेकिन यदि आप कम समय में कई कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, तो यह संकेत देता है कि आप अधिक कर्ज़ लेने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे आपके स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।


क्रेडिट स्कोरिंग में रेश्यो की भूमिका

क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन रेश्यो क्रेडिट स्कोरिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह दर्शाता है कि आप अपनी कुल लिमिट का कितना उपयोग कर रहे हैं। नया कार्ड लेने से आपकी कुल क्रेडिट लिमिट बढ़ जाती है। यदि आप अपने खर्च को वही रखते हैं, तो यूटिलाइज़ेशन रेश्यो कम हो जाता है, जिससे आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर होता है।


उदाहरण के लिए, यदि आपकी कुल लिमिट ₹5,000 है और आप ₹2,500 का उपयोग कर रहे हैं, तो यूटिलाइज़ेशन रेश्यो 50% है। नया कार्ड लेने से लिमिट ₹10,000 हो जाती है, और रेश्यो घटकर 25% हो जाता है, जिससे आपका स्कोर मजबूत होता है।


पेमेंट रिकॉर्ड का महत्व

अकाउंट्स की उम्र भी आपके क्रेडिट स्कोर में योगदान करती है। नया कार्ड जोड़ने से अकाउंट्स की औसत उम्र कम हो जाती है, जिसका थोड़े समय के लिए नकारात्मक प्रभाव हो सकता है। लेकिन यदि आपका पेमेंट रिकॉर्ड अच्छा है और आप अपने बिल समय पर चुकाते हैं, तो यह प्रभाव धीरे-धीरे कम हो जाता है, और आपका स्कोर स्थिर होकर फिर से बढ़ने लगता है।


क्रेडिट मिक्स का महत्व

यदि आपके पास विभिन्न प्रकार के क्रेडिट हैं, तो क्रेडिट स्कोरिंग सिस्टम आपको बेहतर रेटिंग देता है। यदि आपके पास पहले केवल एक लोन या एक ही कार्ड था, तो नया क्रेडिट कार्ड जोड़ने से आपका क्रेडिट मिक्स मजबूत होता है। इससे आपका स्कोर बेहतर होता है और आपकी वित्तीय प्रोफ़ाइल अधिक संतुलित दिखती है।


पेमेंट हिस्ट्री आपके क्रेडिट स्कोर का सबसे बड़ा हिस्सा है। एक नया कार्ड आपको समय पर पेमेंट करने की नई आदत डालने में मदद करता है। नियमित रूप से सभी पेमेंट समय पर करने से आपका स्कोर बेहतर होता है। हालांकि, एक भी गलती, जैसे कि लेट पेमेंट, आपके स्कोर को जल्दी खराब कर सकती है। इसलिए, कार्ड प्रबंधन में सावधानी बरतना आवश्यक है।


ड्यू डेट और बिल का प्रबंधन

कई कार्ड रखना फायदेमंद हो सकता है, लेकिन उन्हें प्रबंधित करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। विभिन्न ड्यू डेट और बिल का ध्यान रखना कभी-कभी कठिन हो सकता है। एक भी कार्ड की पेमेंट मिस होने से आपके पूरे क्रेडिट स्कोर पर असर पड़ सकता है। इसलिए, रिमाइंडर सेट करना या ऑटो-पेमेंट का उपयोग करना सबसे अच्छा तरीका माना जाता है।


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