गाजा संघर्ष विराम पर इजरायल में राजनीतिक हलचल: नेतन्याहू की सरकार पर संकट
गाजा संघर्ष विराम पर वार्ता का तीसरा दिन
मिस्र में गाजा संघर्ष विराम को लेकर चल रही चर्चाओं में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना के आधार पर अप्रत्यक्ष वार्ता अब तीसरे दिन में प्रवेश कर चुकी है। इस बीच, इजरायल के विपक्षी नेताओं ने संसद (नेसेट) के शीतकालीन सत्र से पहले अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार को हटाकर 'इज़रायल में सुधार और उपचार की सरकार' स्थापित करने पर जोर दिया गया।
विपक्ष का एकजुट प्रयास
बैठक के बाद जारी किए गए संयुक्त बयान में विपक्षी दलों ने कहा कि वे आगामी संसदीय सत्र में मौजूदा गठबंधन को गिराने के लिए सामूहिक प्रयास करेंगे। उन्होंने ट्रंप की योजना का समर्थन करते हुए 48 इजरायली बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने और किसी भी समझौते के लिए राजनीतिक 'सुरक्षा कवच' देने का आश्वासन भी दिया। इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट, गादी आइसेनकोट, याइर गोलान, एविगडोर लिबरमैन और बेनी गैंट्ज़ जैसे कई प्रमुख नेता शामिल थे।
नेतन्याहू की सरकार पर संकट
यह बैठक उस समय हुई जब नेतन्याहू अपने अति-दक्षिणपंथी गठबंधन के भीतर बढ़ती राजनीतिक अस्थिरता का सामना कर रहे हैं। अमेरिका-प्रायोजित युद्धविराम प्रस्ताव के कारण उनके और सहयोगियों के बीच मतभेद बढ़ गए हैं। रिपोर्टों के अनुसार, इन दरारों के चलते नेतन्याहू की सरकार गिर सकती है और समय से पहले चुनाव होने की संभावना बढ़ गई है।
ट्रंप की योजना पर विवाद
ट्रंप प्रशासन पिछले दो वर्षों से गाजा संघर्ष को समाप्त करने के लिए 20-सूत्री योजना लागू करने का दबाव बना रहा है। इस योजना का उद्देश्य गाजा के सैन्यीकरण को समाप्त करना और हमास को सत्ता से दूर रखना है। नेतन्याहू ने सार्वजनिक रूप से इस योजना का समर्थन किया है, लेकिन उनके दक्षिणपंथी सहयोगी युद्धोत्तर गाजा में हमास की किसी भी भूमिका को स्वीकार करने से इनकार कर चुके हैं।
इतमार बेन-ग्वीर की आलोचना
इज़रायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्वीर ने इस प्रस्ताव की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि 'हम किसी भी हालत में उस आतंकवादी संगठन को फिर से मजबूत नहीं होने देंगे जिसने इज़रायल पर सबसे भयानक तबाही मचाई। यदि नेतन्याहू इस पर सहमत होते हैं, तो हमारी पार्टी गठबंधन से अलग हो जाएगी।'
राजनीतिक स्थिरता के लिए चुनौती
कुल मिलाकर, गाजा संघर्ष विराम पर ट्रंप की योजना और नेतन्याहू के दक्षिणपंथी सहयोगियों के बीच मतभेद इज़रायल की राजनीतिक स्थिरता के लिए चुनौती बने हुए हैं। विपक्षी नेताओं की सक्रिय बैठकें और गठबंधन विरोधी रुख से आगामी संसदीय सत्र में राजनीतिक हलचल और बढ़ने की संभावना है।