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गोंडा में कर्नलगंज बाईपास परियोजना का निर्माण शुरू, यातायात में सुधार की उम्मीद

गोंडा जिले में लखनऊ और बाराबंकी के बीच यात्रा को सुगम बनाने के लिए कर्नलगंज बाईपास परियोजना का निर्माण शुरू हो गया है। यह 14.1 किलोमीटर लंबा बाईपास 16 गांवों से होकर गुजरेगा और नए सरयू पुल का निर्माण भी शामिल है। इस परियोजना के पूरा होने से प्रतिदिन लगभग एक लाख लोग ट्रैफिक जाम से मुक्त हो सकेंगे। स्थानीय व्यापारियों और किसानों को भी इससे लाभ होगा। जानें इस महत्वपूर्ण परियोजना के बारे में और कैसे यह गोंडा के विकास में योगदान देगी।
 

कर्नलगंज बाईपास परियोजना का शुभारंभ



गोंडा जिले में लखनऊ और बाराबंकी के बीच यात्रा को सुगम बनाने के लिए कर्नलगंज बाईपास का निर्माण जल्द ही आरंभ हो गया है। यह बाईपास 14.1 किलोमीटर लंबा होगा और 16 गांवों से होकर गुजरेगा, जिनके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। इस परियोजना में एक नया सरयू पुल भी शामिल होगा।


यातायात में सुधार और आर्थिक विकास

इस बाईपास के निर्माण के बाद, प्रतिदिन लगभग एक लाख लोग लखनऊ और बाराबंकी के बीच यात्रा करते समय कर्नलगंज रोड पर लगने वाले जाम से मुक्त हो सकेंगे। नए पुल के निर्माण से भारी वाहनों की आवाजाही में आसानी होगी, जिससे क्षेत्र का आर्थिक विकास भी तेज होगा।


बाईपास की विशेषताएँ

यह बाईपास गोनवा से शुरू होकर धौरहरा होते हुए मसौलिया तक जाएगा। इसमें शामिल 16 गांवों में कोचा, गोनवा, कादीपुर, कुम्हारगढ़ी, करुआ, सकरौरा ग्रामीण, बिरवा, बसेहिया, मुंडरेवा, हरिगवा, कूरी, पारा, चंगेरिया, भुंभआ, अहिरौरा और मसौलिया शामिल हैं। अब इन गांवों के भू स्वामियों से गाटा संख्या के आधार पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है।


बजट और निर्माण की योजना

इस बाईपास का निर्माण 896 करोड़ 50 लाख रुपये के बजट में किया जाएगा। यह परियोजना National Highway Lucknow के लखनऊ खंड द्वारा तैयार की गई है। इससे पुराने सरयू सेतु और जहांगिरवा रेलवे क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम से लोगों को राहत मिलेगी।


यात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए लाभ

देवीपाटन मंडल मुख्यालय गोंडा से बड़ी संख्या में लोग लखनऊ, बाराबंकी और कानपुर की यात्रा करते हैं। वर्तमान में उन्हें कर्नलगंज बस अड्डा, हुजूरपुर तिराहा, परसपुर रोड और सरयू कटरा घाट पर जाम का सामना करना पड़ता है। कर्नलगंज बाईपास के निर्माण के बाद, यात्री सीधे बाईपास से निकल सकेंगे, जिससे यात्रा में समय की बचत होगी।


गोंडा में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास

यह परियोजना गोंडा जिले की सड़क नेटवर्क और परिवहन प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी। इससे न केवल ट्रैफिक जाम में कमी आएगी, बल्कि समय की भी बचत होगी। स्थानीय व्यापारियों और किसानों को भी लाभ होगा, क्योंकि लखनऊ और बाराबंकी तक पहुंचना आसान हो जाएगा।


परियोजना की प्रक्रिया और समयसीमा

गाटा संख्या चिह्नित होने के बाद भूमि अधिग्रहण पूरा किया जाएगा, जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा। बाईपास और सरयू पुल का निर्माण समयबद्ध तरीके से पूरा करने का लक्ष्य है। यह परियोजना गोंडा जिले के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह यातायात की समस्या को हल करने के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए राहत प्रदान करेगी।