गोवा की राजनीति में बड़ा बदलाव: दिगंबर कामत और रमेश तावड़कर की नई भूमिका
गोवा की राजनीतिक स्थिति में महत्वपूर्ण परिवर्तन
Goa Politics: गोवा की राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावड़कर गुरुवार को राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होने जा रहे हैं। इस बात की पुष्टि मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने दिल्ली से लौटने के बाद की। यह घटनाक्रम मंत्री एलेक्सी सेक्वेरा के इस्तीफे के कुछ घंटे बाद सामने आया, जिन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से त्यागपत्र दिया।
कामत की वापसी और तावड़कर का इस्तीफा
मडगांव के विधायक दिगंबर कामत, जो 2007 से 2012 तक कांग्रेस सरकार का नेतृत्व कर चुके हैं, अब एक बार फिर सक्रिय राजनीति में लौट रहे हैं। 71 वर्षीय कामत ने 2022 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया था। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने मजाक में कहा कि कल राजभवन में मिलते हैं, जो उनके मंत्री बनने की ओर इशारा करता है।
वहीं, विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावड़कर ने कैनाकोना से विधायक रहते हुए स्पीकर पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि मैं अध्यक्ष पद पर रहना चाहता था, लेकिन पार्टी के आदेश का पालन करूंगा। भाजपा चाहती है कि तावड़कर मंत्रिमंडल में शामिल होकर प्रशासनिक जिम्मेदारी संभालें।
कैबिनेट में संतुलन साधने की कवायद
एलेक्सी सेक्वेरा और पहले ही जून में हटाए गए गोविंद गौडे की खाली सीटों के चलते यह फेरबदल संभव हुआ है। इससे भाजपा अपने पुराने सहयोगियों और हाल में शामिल हुए नेताओं को प्रतिनिधित्व देकर संगठन में संतुलन साधने की कोशिश कर रही है।
एलेक्सी सेक्वेरा का इस्तीफा और राजनीतिक सफर
68 वर्षीय नुवेम विधायक एलेक्सी सेक्वेरा ने मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा सौंपते हुए कहा कि वे व्यक्तिगत कारणों से पद छोड़ रहे हैं। उन्होंने नवंबर 2023 में मंत्रिमंडल में एंट्री ली थी। सेक्वेरा ने अपने करियर की शुरुआत युवा कांग्रेस से की थी और 1994 में लौतोलिम से विधायक बने। 2008 के परिसीमन के बाद नुवेम से चुनाव लड़ा। वे पहले उपसभापति और कामत सरकार में मंत्री रह चुके हैं। 2022 में कांग्रेस से विधायक बनने के बाद वे भाजपा में शामिल हो गए थे।