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ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 3.5 करोड़ की पेंटिंग विवाद में नया मोड़

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की गौर सिटी दो में 3.5 करोड़ रुपये की पेंटिंग को लेकर विवाद गहरा गया है। निवासियों ने वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत की थी, जिसके बाद डिप्टी रजिस्ट्रार ने AOA को नोटिस जारी किया। AOA ने उल्टा डिप्टी रजिस्ट्रार से उस नोटिस की प्रमाणिकता की मांग की है। इस मामले में नया मोड़ तब आया जब निवासियों ने डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय के जवाब का इंतजार करना शुरू किया। क्या AOA को सबूत मिलेंगे या डिप्टी रजिस्ट्रार कोई निर्णय लेंगे? जानिए पूरी कहानी।
 

पेंटिंग विवाद की गहराई

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गौर सिटी दो की 11 एवेन्यू में 3.5 करोड़ रुपये की पेंटिंग को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। यह मामला इतना गंभीर हो गया है कि डिप्टी रजिस्ट्रार द्वारा भेजे गए नोटिस के जवाब में AOA (अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन) ने उल्टा डिप्टी रजिस्ट्रार से प्रमाणिकता की मांग कर दी है। इस स्थिति में यह कहा जा सकता है कि डिप्टी रजिस्ट्रार का पत्र AOA द्वारा फर्जी मान लिया गया है।


निवासियों की शिकायत

सोसायटी के निवासियों ने वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में डिप्टी रजिस्ट्रार को ईमेल के माध्यम से शिकायत भेजी थी। इस शिकायत के आधार पर डिप्टी रजिस्ट्रार ने AOA को नोटिस जारी किया, जिसमें कहा गया कि 3.5 करोड़ की पेंटिंग परियोजना के तहत किए गए कार्य की पूरी जानकारी प्रस्तुत की जाए। लेकिन AOA ने जानकारी देने के बजाय डिप्टी रजिस्ट्रार से उस पत्र की प्रमाणिकता की मांग कर दी। AOA के अध्यक्ष सचिन त्यागी ने डिप्टी रजिस्ट्रार को लिखे पत्र में कहा कि प्राप्त नोटिस जाली या धोखाधड़ी नहीं है, इसकी पुष्टि की जाए और शिकायतकर्ता की जानकारी भी दी जाए, ताकि डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय को उचित जवाब दिया जा सके। यह एक अनोखा मामला है, जहां डिप्टी रजिस्ट्रार द्वारा जारी नोटिस पर उल्टा जवाब मांगा गया है।


कार्यकाल समाप्ति की तारीख

निवासियों का कहना है कि वर्तमान AOA का कार्यकाल 29 जून को समाप्त हो रहा है। इससे पहले पेंटिंग पर तीन बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन इनमें कोई वोटिंग नहीं कराई गई। बैठक में सभी मालिक और किराएदार शामिल हो सकते हैं, फिर भी नियमों की अनदेखी की गई है।


डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय का जवाब

AOA द्वारा डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय से मांगे गए सबूत के बाद इस मामले में नया मोड़ आया है। अब सोसायटी के सभी निवासियों को डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय के जवाब का इंतजार है कि वह इस मामले में AOA को सबूत देंगे या फिर अपने अधिकारों के तहत कोई निर्णय लेंगे।