चंडीगढ़ कांग्रेस का अनुशासन: पार्टी विरोधियों के लिए नहीं है स्थान
चंडीगढ़ कांग्रेस की अनुशासन की नीति
(चंडीगढ़ समाचार) कांग्रेस पार्टी अपने अनुशासन और संगठनात्मक मूल्यों के लिए प्रसिद्ध है। हाल ही में, पार्टी के सह प्रभारी विदित चौधरी द्वारा कुछ निष्कासित कार्यकर्ताओं के संबंध में लिए गए कठोर निर्णय को जिला कांग्रेस कमेटी, चंडीगढ़ ने पूरी तरह से समर्थन दिया है। यह निर्णय यह दर्शाता है कि कांग्रेस में पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कोई स्थान नहीं है।
अनुशासनहीनता पर सख्त रुख
राहुल गांधी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी में अनुशासनहीनता को किसी भी स्तर पर सहन नहीं किया जाएगा। विदित चौधरी का यह रुख कांग्रेस की विचारधारा को मजबूत करता है। चंडीगढ़ कांग्रेस ने सांसद मनीष तिवारी, प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल और प्रदेश अध्यक्ष एच.एस. लक्की के नेतृत्व में लगातार चुनावी जीत हासिल की है, चाहे वह लोकसभा चुनाव हो या अन्य स्थानीय चुनाव।
सबसे महत्वपूर्ण यह है कि एच.एस. लक्की के नेतृत्व में कांग्रेस ने नगर निगम में 12 वर्षों बाद शानदार वापसी की है, जिसमें सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद पर जीत हासिल की। इसके अलावा, कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार ने सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष पद पर भी ऐतिहासिक जीत दर्ज की है, जो पार्टी की लोकप्रियता को दर्शाता है।
सुरजीत सिंह ढिल्लो का समर्थन
जिला अध्यक्ष सुरजीत सिंह ढिल्लो ने विदित चौधरी के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि पार्टी में अनुशासन सर्वोपरि है। कांग्रेस एक संगठित और सिद्धांतों पर आधारित दल है। जो लोग केवल स्वार्थ के लिए पार्टी से जुड़े रहते हैं, उनके लिए कांग्रेस में कोई स्थान नहीं है।
उन्होंने कहा कि हम आगामी नगर निगम चुनाव में राहुल गांधी की विचारधारा और एच.एस. लक्की के नेतृत्व में ऐतिहासिक जीत दर्ज करेंगे। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष संजीव गाबा ने भी विदित चौधरी के निर्णय का समर्थन करते हुए कहा कि पार्टी में अनुशासन और एकजुटता ही उसकी असली ताकत है।