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चंडीगढ़ पंजाब का अभिन्न हिस्सा: मुख्यमंत्री भगवंत मान का स्पष्ट बयान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने चंडीगढ़ को पंजाब का अभिन्न हिस्सा बताते हुए केंद्र सरकार के इरादों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ को अन्य केंद्र शासित प्रदेशों के साथ जोड़ने का प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया जाएगा। मान ने यह भी कहा कि पंजाब को उसकी राजधानी से वंचित करना अन्याय है। जानें इस मुद्दे पर उनका क्या कहना है और पंजाब की स्थिति के बारे में और जानकारी।
 

मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार के इरादों की निंदा की


केंद्र सरकार के नापाक इरादों को नकारा


पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि चंडीगढ़ हमेशा पंजाब का हिस्सा रहेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित संशोधन, जो चंडीगढ़ को अन्य केंद्र शासित प्रदेशों के साथ जोड़ने का प्रयास कर रहा है, को किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा।


मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हर राज्य को अपनी राजधानी पर पूरा अधिकार होता है, और पंजाब को उसकी राजधानी से वंचित करना अन्याय है। उन्होंने भाजपा-नीत केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह सरकार धक्केशाही पर उतारू है।


केंद्र सरकार की आलोचना

भगवंत सिंह मान ने केंद्र सरकार के खिलाफ कड़े शब्दों में कहा कि पंजाब सरकार चंडीगढ़ को छीनने के प्रयासों को सफल नहीं होने देगी। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी राज्य को उसकी राजधानी से वंचित नहीं किया जा सकता, और पंजाब के साथ अन्याय किया जा रहा है।


मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि पहले की सरकारों ने भी चंडीगढ़ को पंजाब को न सौंपकर गलत किया है।


पंजाब पर केंद्र की धक्केशाही

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में कहीं और ऐसी मिसाल नहीं मिलती जहां किसी राज्य को उसकी राजधानी से वंचित किया गया हो। उन्होंने बताया कि पंजाब लंबे समय से केंद्र की धक्केशाही का शिकार है और अब मोदी सरकार ऐसे फैसले लेकर पंजाबियों के जख्मों पर नमक छिड़क रही है।


भगवंत सिंह मान ने जोर देकर कहा कि चंडीगढ़, पंजाब का अभिन्न अंग है और इसे राज्य को वापस किया जाना चाहिए।