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चिराग पासवान का चुनावी मंथन: सीट शेयरिंग पर अभी नहीं बनी सहमति

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सीट शेयरिंग पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि बातचीत अभी प्रारंभिक चरण में है और सभी पहलुओं पर सहमति बनना बाकी है। चिराग ने मीडिया से सहयोग और धैर्य रखने का अनुरोध किया। जानें उनके बयान और भविष्य की रणनीति के संकेत क्या हैं।
 

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी

Bihar Assembly Elections 2025: केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के अध्यक्ष चिराग पासवान मंगलवार को पटना पहुंचे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत में आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में सीट बंटवारे के सवालों का स्पष्ट उत्तर देने से मना कर दिया। चिराग ने कहा कि बातचीत अभी प्रारंभिक चरण में है और सभी प्रक्रियाएं पूरी तरह से तय नहीं हुई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक सभी पहलुओं पर सहमति नहीं बन जाती, तब तक किसी भी प्रकार का बयान देना उचित नहीं होगा.


चर्चाओं का प्रारंभिक चरण

चिराग पासवान ने कहा कि पार्टी के भीतर और संभावित सहयोगी दलों के साथ जो चर्चाएं चल रही हैं, वे अभी शुरुआती चरण में हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सभी निर्णय होने के बाद ही जानकारी साझा की जाएगी। सीटों के बंटवारे पर उन्होंने कहा कि बातचीत को पूरा होने दिया जाए। समय आने पर ही कुछ कहा जा सकता है। उन्होंने बार-बार यह जताया कि फिलहाल कोई भी टिप्पणी करना उनके लिए संभव नहीं है। इसके साथ ही चिराग ने संकेत दिया कि चर्चा चल रही है और कोई भी फैसला केवल तब लिया जाएगा जब सभी पक्षों की सहमति बन जाएगी.


मीडिया के सवालों पर चिराग की प्रतिक्रिया

चिराग पासवान आमतौर पर मीडिया के साथ संवाद करने में सहज रहते हैं, लेकिन इस बार उनके चेहरे पर बेचैनी और नाराजगी स्पष्ट थी। पत्रकारों ने लगातार उनसे सीट शेयरिंग और आगामी चुनाव रणनीति के बारे में सवाल पूछे। इसके बावजूद उन्होंने केवल यह कहा कि अभी साझा करने के लिए कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। उनकी प्रतिक्रियाओं और चेहरे की अभिव्यक्ति से यह स्पष्ट हो गया कि चिराग फिलहाल इस विषय पर खुलकर बातचीत करने के मूड में नहीं हैं। उन्होंने मीडिया से सहयोग और धैर्य रखने का अनुरोध किया.


भविष्य की रणनीति पर चिराग के संकेत

चिराग पासवान ने कहा कि जैसे ही सभी बातें तय होंगी और सभी दलों के साथ सहमति बन जाएगी, पार्टी आवश्यक घोषणाएं कर सकती है। उन्होंने यह संकेत दिया कि सीट शेयरिंग और चुनावी रणनीति को लेकर पार्टी की स्थिति को अंतिम रूप देने में अभी समय लगेगा। इस दौरान उन्होंने दोहराया कि जब तक सभी पहलुओं की पुष्टि नहीं हो जाती, तब तक कुछ भी कहना व्यर्थ होगा। इससे यह स्पष्ट होता है कि पार्टी नेतृत्व अभी चुनावी रणनीति पर अंतिम निर्णय लेने की प्रक्रिया में व्यस्त है.