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जूही बब्बर ने धर्मेंद्र को याद किया, कहा- 'मेरे पिता के लिए बड़े भाई जैसे थे'

जूही बब्बर ने धर्मेंद्र के निधन के बाद उन्हें याद करते हुए एक भावुक श्रद्धांजलि दी। उन्होंने अपने बचपन के पलों को साझा किया, जब धर्मेंद्र ने उन्हें बहती नदी से डरने पर सहारा दिया था। जूही ने बताया कि कैसे धर्मेंद्र ने उनके नाटक 'विद लव आपकी सैयारा' में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके लिए धर्मेंद्र सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि उनके पिता के बड़े भाई जैसे थे। इस लेख में जानें जूही की यादें और धर्मेंद्र के प्रति उनका सम्मान।
 

जूही बब्बर का भावुक श्रद्धांजलि

मुंबई: प्रसिद्ध अभिनेता राज बब्बर की बेटी जूही बब्बर, जो एक स्थापित अभिनेत्री और थिएटर आर्टिस्ट हैं, ने हाल ही में धर्मेंद्र के निधन के बाद उनके साथ बिताए यादगार पलों को साझा किया। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “धरम अंकल, ये यादें आपके साथ तब की हैं, जब मैं बहुत छोटी थी। मम्मी, गॉर्की, और मैं पापा के साथ कुल्लू-मनाली शूट पर गए थे। मुझे याद है, आपने देखा था कि मैं बहती नदी से कितनी डर रही थी, तब आपने मुझे अपनी पीठ पर बैठा लिया था और पानी के पास ले गए थे। वह पल मेरे दिल में बस गया था कि कई साल बाद, जब मैं अपना नाटक ‘विद लव आपकी सैयारा’ बना रही थी, तो मैंने उस याद को हमारी एक फोटोशॉप की हुई तस्वीर के जरिए दोबारा बनाया।”


जूही ने आगे लिखा, “जब मैं ब्रेक के बाद काम पर लौटी थी और खुद लिखने, डायरेक्ट करने और अपने नाटक ‘विद लव आपकी सैयारा’ को बनाने लगी, तो मेरे मन में सिर्फ एक चेहरा आया था। वह चेहरा आपका था, जो सैयारा और उसके पिता के खूबसूरत रिश्ते को पूरी तरह से निभा सकते थे।” उन्होंने बताया कि उन्होंने धर्मेंद्र को कॉल कर नाटक के बारे में बताया था और अभिनेता ने तुरंत हां कर दी थी। उन्होंने कहा, “नाटक में आपने बाबा का किरदार निभाया था और ये जगह कोई नहीं ले सकता है। आप हमेशा सैयारा के बाबा रहेंगे।”


जूही ने यह भी कहा, “आपकी दुआ की वजह से ही नाटक इतना हिट साबित हुआ था।” उन्होंने बताया कि धर्मेंद्र के आते ही स्क्रीन पर लोगों की सांसें थम जाती थीं, हंसी, भावनाएं, और खामोशी सब कुछ इतना गहरा और अनोखा था कि उसका कोई मुकाबला नहीं। उन्होंने कहा कि जब वह पुराने पलों को याद करती हैं, तो समझती हैं कि घर में जिस नाम को सबसे ज्यादा सुना, वह आप ही थे। आप मेरे पापा के लिए बड़े भाई जैसे थे। आपका जाना हमारे परिवार के लिए एक ऐसी कमी है, जिसे कोई भर नहीं सकता।