जे.डी. वेंस के विवादास्पद बयान से उषा वेंस की पहचान पर सवाल उठे
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान दिया है, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी उषा वेंस से ईसाई धर्म अपनाने की इच्छा व्यक्त की। इस टिप्पणी ने अमेरिकी-भारतीय समुदाय में तीखी प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं। उषा, जो एक तेलुगू हिंदू परिवार से हैं, ने अपने धर्म को नहीं छोड़ा है और कन्वर्ज़न की कोई योजना नहीं होने की बात कही है। इस बीच, दंपति के तलाक की अफवाहें भी फैल गई हैं, जिससे उनकी राजनीतिक छवि पर असर पड़ सकता है।
Oct 31, 2025, 23:34 IST
विवादास्पद बयान और प्रतिक्रिया
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस और उनकी पत्नी उषा वेंस हाल ही में एक बयान के कारण चर्चा में हैं। टर्निंग पॉइंट यूएसए कार्यक्रम में वेंस ने कहा कि वे चाहते हैं कि उनकी पत्नी, जो हिंदू हैं, एक दिन ईसाई धर्म को अपनाएं। यह टिप्पणी तब आई जब एक छात्र ने उनसे उनके धर्म और विवाह के बारे में सवाल किया।
जे.डी. वेंस का धार्मिक परिवर्तन
जे.डी. वेंस पहले प्रोटेस्टेंट ईसाई थे और 2019 में उन्होंने कैथोलिक धर्म अपनाया। उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि मेरी पत्नी भी उसी तरह प्रभावित हो जैसे मैं हुआ था, लेकिन अगर वह ऐसा नहीं करतीं, तो यह उनका अधिकार है।” इस बयान के बाद अमेरिकी-भारतीय समुदाय में तीखी प्रतिक्रियाएं आई हैं।
उषा वेंस की स्थिति
उषा वेंस का जन्म एक तेलुगू हिंदू परिवार में हुआ था और उन्होंने अब तक अपने धर्म को नहीं छोड़ा है। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वे “कन्वर्ज़न की कोई योजना नहीं रखतीं” और उनके बच्चे दोनों परंपराओं, हिंदू और ईसाई, से परिचित हैं।
तलाक की अफवाहें और सोशल मीडिया पर चर्चा
इस विवाद के बीच, वेंस दंपति के तलाक की अफवाहें भी फैल गई हैं। कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा है कि जे.डी. वेंस अपनी पत्नी से अलग होने की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा, उन्हें एरिका किर्क, जो पूर्व ट्रंप सलाहकार चार्ली किर्क की विधवा हैं, के साथ जोड़ा जा रहा है।
विवाह और आलोचनाएं
वेंस और उषा की शादी 2014 में हुई थी, जिसमें हिंदू पंडित और कैथोलिक पादरी दोनों ने विवाह संपन्न कराया था। कई भारतीय-अमेरिकी यूज़र्स ने वेंस पर “हिंदूफोबिया” और “पाखंड” के आरोप लगाए हैं। पूर्व भारतीय विदेश सचिव कंवल सिब्बल ने भी वेंस की आलोचना की है।
राजनीतिक प्रभाव
इस विवाद का वेंस की राजनीतिक छवि पर असर पड़ सकता है, खासकर 2028 के संभावित राष्ट्रपति चुनाव से पहले। उषा वेंस ने अपने धर्म और पहचान पर डटे रहने का संदेश दिया है, यह कहते हुए कि “आस्था व्यक्तिगत होती है, जिसे किसी और के नजरिए से नहीं तौला जा सकता।”