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झज्जर में 30 लाख की चोरी: दुकान के कर्मचारी लापता, पुलिस कर रही जांच

हरियाणा के झज्जर में एक किराना दुकान से 30 लाख रुपये की चोरी की घटना ने सभी को चौंका दिया है। दुकान के मालिक राहुल गर्ग ने बताया कि चोरी के समय वह दुकान पर नहीं थे। पुलिस और फॉरेंसिक टीम मामले की जांच कर रही है, और लापता कर्मचारी पर भी संदेह है। क्या यह चोरी सुनियोजित थी? जानें पूरी जानकारी इस लेख में।
 

झज्जर में चोरी की चौंकाने वाली घटना

झज्जर में चोरी: किराना दुकान से 30 लाख रुपये गायब, कर्मचारी लापता, पुलिस कर रही जांच: हरियाणा के झज्जर शहर में एक चौंकाने वाली चोरी की घटना ने सभी को चौंका दिया है। सिलानी गेट क्षेत्र में एक किराना दुकान से लगभग 30 लाख रुपये की नकदी चोरी हो गई।


इस घटना ने स्थानीय व्यापारियों में भय का माहौल बना दिया है। पुलिस, सीआईए, और फॉरेंसिक साइंस लैब की टीमें मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई हैं। चोर इतने चालाक थे कि उन्होंने दुकान के सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर भी चुरा लिया, जिससे कोई सबूत न बचे। पुलिस अब आस-पास के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है और दुकान के कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है।


दुकान के मालिक राहुल गर्ग ने बताया कि 3 जून को उनकी दादी का निधन हुआ था, जिसके बाद उन्होंने दुकान बंद कर दी थी। 4 जून को अंतिम संस्कार के बाद, वह 5 जून को गढ़ गंगा गए और उसी दिन शाम को दुकान लौटे। जब उन्होंने गल्ला चेक किया, तो उसमें रखे 20 से 22 दिन की बिक्री के पैसे और घर से लाए गए 15 लाख रुपये गायब थे। राहुल ने कहा कि वह आमतौर पर सारा पैसा दुकान में ही रखते थे, क्योंकि बाजार का भुगतान करना था।


उनकी इस आदत पर परिवार वाले हमेशा आपत्ति जताते थे, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। गल्ले की चाबी उनके पास और एक उत्तर प्रदेश के वर्कर के पास थी, जो हर सुबह दुकान खोलता था। हैरानी की बात यह है कि यह वर्कर 3 जून से लापता है। राहुल को संदेह है कि चोरों ने नकली चाबी बनाकर इस चोरी को अंजाम दिया हो।


पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और हर संभव कोण से जांच कर रही है। क्या यह चोरी सुनियोजित थी? क्या लापता वर्कर का इससे कोई संबंध है? ये सवाल स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। पुलिस ने व्यापारियों से अपील की है कि वे अपनी दुकानों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करें और नकदी को सुरक्षित स्थान पर रखें। यह घटना न केवल व्यापारियों के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी एक सबक है कि सतर्कता ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।