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ट्रंप और पुतिन की बैठक: यूक्रेन के लिए नई चुनौतियाँ

अलास्का में ट्रंप और पुतिन की बैठक के बाद यूक्रेन के लिए नई चुनौतियाँ उत्पन्न हो गई हैं। ट्रंप ने ज़ेलेंस्की पर दबाव डालने की योजना बनाई है कि वह यूक्रेन के कुछ क्षेत्रों को रूस को सौंप दें। इस बैठक के परिणामस्वरूप, यूरोपीय देशों में चिंता बढ़ गई है, क्योंकि यह सीजफायर से शांति समझौते की ओर बढ़ रहा है। जानें इस महत्वपूर्ण बैठक का क्या असर होगा।
 

ट्रंप-पुतिन की मुलाकात का असर


ट्रंप-पुतिन डील: अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई बैठक को पहले बेनतीजा माना गया था, लेकिन अब जो जानकारी सामने आई है, वह यूक्रेन के लिए चिंताजनक हो सकती है। ट्रंप ने बैठक के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से फोन पर बातचीत की और बताया कि ज़ेलेंस्की सोमवार को अमेरिका आएंगे। रिपोर्टों के अनुसार, ट्रंप इस मुलाकात में ज़ेलेंस्की पर दबाव डाल सकते हैं कि वह यूक्रेन के कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों को रूस को सौंप दें।


रूस की नजरें यूक्रेन के क्षेत्रों पर


रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने चार साल तक युद्धविराम के लिए यूक्रेन से डोनबास को छोड़ने की शर्त रखी थी। अलास्का में ट्रंप के साथ बैठक से पहले भी रूस ने डोनबास पर कब्जा करने की कोशिश की थी। डोनबास के डोनेत्स्क पर अभी रूस का नियंत्रण नहीं है, लेकिन उसने लुहान्स्क पर कब्जा कर लिया है। समाचार एजेंसी के अनुसार, ज़ेलेंस्की ने ट्रंप और पुतिन की बैठक के बाद कहा कि वह मौजूदा स्थिति को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि रूस को उन क्षेत्रों को आजाद करना चाहिए, जिन पर उसने जबरन कब्जा किया है। यदि पुतिन अपनी जिद पर अड़े रहते हैं, तो युद्ध रुकने की संभावना नहीं है।


हालांकि, रूस का कहना है कि यदि यूक्रेन डोनबास को सौंप देता है, तो वह छोटे यूक्रेनी क्षेत्रों को वापस करेगा। ट्रंप और पुतिन की इस सांठगांठ को लेकर यूरोपीय देशों में चिंता बढ़ गई है, क्योंकि अब बात सीजफायर से शांति समझौते की ओर बढ़ रही है, जो वास्तव में एक व्यापारिक डील है। अमेरिका पहले से ही यूक्रेन के खनिजों पर नजर गड़ाए हुए है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह किसी तरह यूक्रेन पर दबाव डालकर रूस को संतुष्ट करना चाहता है। वहीं, ट्रंप इस शांति समझौते का श्रेय लेना चाहते हैं।


ट्रंप का शांति समझौते पर जोर


डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर लिखा, "अलास्का में एक शानदार और सफल दिन! पुतिन के साथ बैठक बहुत अच्छी रही, और ज़ेलेंस्की तथा नाटो के महासचिव सहित विभिन्न यूरोपीय नेताओं के साथ फोन कॉल भी सकारात्मक रही। सभी ने सहमति जताई कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने का सबसे अच्छा तरीका सीधे शांति समझौते पर पहुँचना है, न कि केवल युद्धविराम, जो अक्सर टिकाऊ नहीं होता। राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की सोमवार को ओवल ऑफिस में आएंगे। यदि सब कुछ ठीक रहा, तो हम पुतिन के साथ बैठक का कार्यक्रम तय करेंगे। इससे लाखों लोगों की जान बच सकती है।"