ट्रंप का संयुक्त राष्ट्र में भारत-पाक युद्ध रोकने का दावा
संयुक्त राष्ट्र महासभा में ट्रंप का भाषण
न्यूयॉर्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोकने का दावा किया। उन्होंने कहा कि यह कार्य यूएन को करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने इसे किया। ट्रंप ने अपने भाषण में 15 मिनट का समय निर्धारित होने के बावजूद 55 मिनट तक बात की। यह ध्यान देने योग्य है कि ट्रंप पहले भी लगभग 40 बार इस दावे को दोहरा चुके हैं, जिसे भारत ने हर बार खारिज किया है।
दुनिया के संघर्षों पर ट्रंप की टिप्पणी
संयुक्त राष्ट्र की वार्षिक बैठक में बोलते हुए ट्रंप ने कहा, 'दुनिया में चल रहे सात युद्धों को समाप्त करने की जिम्मेदारी संयुक्त राष्ट्र की थी, लेकिन मैंने उन्हें खत्म किया।' उन्होंने अवैध प्रवास, अमेरिका की आर्थिक स्थिति, रूस-यूक्रेन संघर्ष, इजराइल-हमास विवाद और कार्बन फुटप्रिंट जैसे मुद्दों पर भी अपने विचार साझा किए। भाषण के दौरान, ट्रंप का टेलीप्रॉम्प्टर खराब हो गया, लेकिन उन्होंने कहा कि इससे उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई, क्योंकि इस स्थिति में वे दिल से बात कर सकते हैं।
व्यापार और सुरक्षा पर ट्रंप का दृष्टिकोण
अपने दूसरे कार्यकाल में पहली बार महासभा को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका टैरिफ का उपयोग अपनी सुरक्षा और संप्रभुता के लिए कर रहा है। उन्होंने इसे व्यापार को निष्पक्ष बनाने का एक तरीका बताया। ट्रंप ने अन्य देशों के नेताओं से कहा, 'हम सभी देशों के साथ व्यापार करना चाहते हैं, लेकिन यह दोनों पक्षों के लिए निष्पक्ष होना चाहिए।' उन्होंने यह भी कहा कि कुछ देशों ने व्यापार के नियमों का उल्लंघन किया है, जिससे नियमों का पालन करने वाले देशों को नुकसान हुआ।
वॉशिंगटन डीसी की सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन पर ट्रंप की राय
ट्रंप ने यह भी कहा कि वॉशिंगटन डीसी अब एक सुरक्षित शहर बन गया है और नेशनल गार्ड को तैनात करने का निर्णय सही था। उन्होंने जलवायु परिवर्तन को एक धोखा बताते हुए यूरोपीय देशों की कार्बन उत्सर्जन में कमी की कोशिशों की आलोचना की। ट्रंप ने कहा कि पहले वैज्ञानिकों ने ग्लोबल कूलिंग को खतरे के रूप में बताया था, और अब वे ग्लोबल वार्मिंग के बारे में चिंतित हैं।