ट्रंप की इजराइल यात्रा: भारत-पाकिस्तान युद्ध का श्रेय मांगते हुए
ट्रंप का क्रेडिट की तलाश
क्रेडिट की कमी से परेशान ट्रंप को नींद नहीं आ रही है। वह बार-बार इस विषय पर चर्चा करते हैं, और हाल ही में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ उनकी मुलाकात के दौरान भी उन्होंने यही मुद्दा उठाया। इस बैठक में इजराइल, गाजा, और फिलिस्तीन के मुद्दों पर बात हो रही थी, लेकिन ट्रंप ने अचानक क्रेडिट की मांग शुरू कर दी।
उन्होंने कहा, "क्रेडिट, क्रेडिट, क्रेडिट, मुझे यह क्यों नहीं मिलता?" ऐसा लग रहा था जैसे वह भारत की शिकायत कर रहे हों। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच आठ युद्ध सुलझाए हैं, लेकिन उन्हें कोई श्रेय नहीं मिला।
मीडिया के सामने ट्रंप की प्रतिक्रिया
ट्रंप ने यह भी कहा कि कोई उनसे पूछता नहीं है। जब उन्हें एहसास हुआ कि मीडिया सब कुछ रिकॉर्ड कर रहा है, तो उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वे लंच का आनंद लें। ट्रंप, जो एक फोन कॉल से युद्ध सुलझाने का दावा करते थे, अब रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण परेशान हैं।
वह पुतिन और जेलेंस्की को मनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह युद्ध उनके लिए एक चुनौती बन गया है। इसलिए, ऐसा लगता है कि उन्होंने क्रेडिट पाने के नए तरीके खोज लिए हैं और भारत का नाम भी इस संदर्भ में ले रहे हैं।
भारत-पाकिस्तान युद्ध का दावा
ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराया, जो उनके अनुसार व्यापारिक रियायतों के कारण संभव हुआ। उन्होंने कहा, "क्या इसका श्रेय मुझे मिलता है? नहीं। मैंने उनमें से आठ किए।"
उन्होंने विदेश मंत्री मार्को रुबियो, युद्ध मंत्री पीट हेगसेथ, और अपने दामाद जेरेड कुशनर के साथ नेतन्याहू से द्विपक्षीय बैठक से पहले यह बात कही।