ट्रंप की संयुक्त राष्ट्र में बेइज्जती: खराब एस्केलेटर और टेलीप्रॉम्प्टर की समस्या
संयुक्त राष्ट्र में ट्रंप का अनुभव
जब अमेरिकी राष्ट्रपति संयुक्त राष्ट्र की ओर बढ़ रहे थे, तब पूरी दुनिया की नजरें उन पर थीं। लेकिन मंच पर पहुंचने से पहले ही उन्हें एक अप्रत्याशित स्थिति का सामना करना पड़ा। जैसे ही वे एस्केलेटर की ओर बढ़े, उसकी गति अचानक रुक गई, जिससे ट्रंप को असुविधा हुई। उन्होंने इस मुद्दे को मंच पर उठाते हुए कहा कि एस्केलेटर खराब है। यह स्थिति उनके लिए काफी असहज थी, क्योंकि उन्हें सीढ़ियों का सहारा लेना पड़ा।
ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र के मंच पर इस घटना के लिए संगठन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि यह अव्यवस्था उनके लिए अस्वीकार्य थी। जब वे भाषण देने पहुंचे, तो टेलीप्रॉम्प्टर भी काम नहीं कर रहा था, जिससे उन्हें अपने नोट्स पढ़ने में कठिनाई हुई। उन्होंने इस पर भी टिप्पणी की और मजाक में कहा कि जो व्यक्ति टेलीप्रॉम्प्टर चला रहा है, वह मुश्किल में है।
ट्रंप ने अपने भाषण में गाजा में बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने अपने विदेश नीति के दावों को भी दोहराया, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रोकने का दावा शामिल था।
ट्रंप का भाषण और विवादास्पद दावे
संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण के दौरान, ट्रंप ने कहा कि उन्हें दो चीजें मिलीं: एक खराब एस्केलेटर और एक खराब टेलीप्रॉम्प्टर। उन्होंने विश्व नेताओं से अपील की कि वे गाजा में बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई सुनिश्चित करें।
ट्रंप ने अपने विवादास्पद दावों को दोहराते हुए कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, हालांकि इस पर कोई ठोस सबूत नहीं दिया।