ट्रम्प और मेयर ममदानी की ओवल ऑफिस में ऐतिहासिक मुलाकात
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और न्यूयॉर्क के नए मेयर ज़ोहरान ममदानी की ओवल ऑफिस में हुई मुलाकात ने राजनीतिक परिदृश्य में एक नया मोड़ लाया है। दोनों नेताओं ने साझा समस्याओं पर चर्चा की, जो चुनावी अभियानों का हिस्सा थीं। इस बैठक में दिखी गर्मजोशी ने यह संकेत दिया है कि क्या यह नई राजनीतिक परिपक्वता है या केवल रणनीतिक आवश्यकता। ममदानी ने ट्रम्प के साथ बातचीत को सार्थक बताया, जबकि ट्रम्प ने इसे उपयोगी माना। क्या यह मुलाकात न्यूयॉर्क के लिए सकारात्मक बदलाव लाएगी? जानें पूरी कहानी में।
Nov 22, 2025, 13:53 IST
ओवल ऑफिस में अप्रत्याशित सौहार्द
शुक्रवार को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला, जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और न्यूयॉर्क के नए मेयर ज़ोहरान ममदानी आमने-सामने बैठे। यह दृश्य सभी की अपेक्षाओं से परे था, क्योंकि चुनावी अभियान के दौरान दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ तीखे शब्दों का इस्तेमाल किया था। ट्रम्प ने ममदानी को “100% कम्युनिस्ट लूनैटिक” और “नट जॉब” कहा था, जबकि ममदानी ने ट्रम्प को “उनका सबसे बुरा सपना” बताया था।
हालांकि, शुक्रवार को दोनों नेताओं के बीच का माहौल पूरी तरह से बदल गया। उन्होंने न्यूयॉर्क की साझा समस्याओं जैसे जीवनयापन की लागत, आवास संकट, किराए और महंगाई पर खुलकर चर्चा की। जब एक पत्रकार ने ममदानी से पूछा कि क्या वह अभी भी ट्रम्प को ‘फासिस्ट’ मानते हैं, तो ममदानी ने संकोच करते हुए कहा, “मैंने इस बारे में कहा है…” इस पर ट्रम्प ने हंसते हुए उनके कंधे पर हाथ रखा और कहा, “कोई बात नहीं, आप हाँ कह सकते हैं। समझाने से आसान है। मुझे आपत्ति नहीं है।” यह क्षण तनाव को कम करने की एक राजनीतिक चतुराई के रूप में देखा गया।
एक अन्य पत्रकार ने रिपब्लिकन नेता एलिस स्टेफानिक के उस बयान पर सवाल उठाया जिसमें उन्होंने ममदानी को ‘जिहादी’ कहा था। ट्रम्प ने इसे तुरंत खारिज करते हुए कहा, “नहीं, मैं यहाँ किसी जिहादी के पास खड़ा नहीं हूँ। मैं एक बेहद तर्कसंगत व्यक्ति से मिला हूँ।” यह टिप्पणी अप्रत्याशित थी, क्योंकि ट्रम्प ने चुनाव के दौरान ममदानी की नागरिकता पर सवाल उठाए थे।
मीटिंग के दौरान ट्रम्प ने पुराने विवादों को हल्के-फुल्के अंदाज़ में टाल दिया। जब पत्रकारों ने पूछा कि ममदानी वाशिंगटन सार्वजनिक परिवहन के बजाय हवाई जहाज़ से क्यों आए, तो ट्रम्प ने उनके बचाव में कहा, “मैं तुम्हारा साथ दूँगा।”
ट्रंप ने इस मुलाकात को ‘बहुत सार्थक’ बताया और कहा कि उन्होंने इस ‘बेहतरीन’ बैठक का ‘आनंद लिया।’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी बैठक बहुत अच्छी, वाकई बेहद उपयोगी रही। हमारे बीच एक बात समान है- हम चाहते हैं कि हमारा यह प्रिय शहर आगे बढ़े।’’ ममदानी ने कहा कि वह ट्रंप के साथ हुई मुलाकात की ‘‘सराहना’’ करते हैं।
बैठक के बाद ममदानी के चीफ ऑफ़ स्टाफ ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर मतभेद अभी भी कायम हैं, लेकिन सुरक्षा और अपराध घटाने के मामले में महत्वपूर्ण समानता उभरकर आई है।
ट्रम्प की मेयर चुनाव में गहरी दखल किसी से छिपी नहीं थी। उन्होंने एंड्र्यू कूमो का समर्थन किया था और ममदानी की नागरिकता पर सवाल उठाए थे। इसके बावजूद, ममदानी जो युगांडा में जन्मे और अब अमेरिकी नागरिक हैं, कूमो को हराकर मेयर बने।
यह बैठक अमेरिकी राजनीति के बदलते स्वरूप का संकेत देती है। क्या यह गर्मजोशी नई राजनीतिक परिपक्वता है, या केवल रणनीतिक आवश्यकता? दोनों नेताओं ने न्यूयॉर्क की वास्तविक समस्याओं पर बात करने का प्रयास किया। ममदानी का ‘अफ़ोर्डेबिलिटी’ एजेंडा और ट्रम्प का न्यूयॉर्क को आर्थिक राहत देने का मानना, दोनों को एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर ला सकता है।
हालांकि, यह मुलाकात विचारधारा का परिवर्तन नहीं है। ममदानी प्रगतिशील राजनीति का चेहरा हैं, जबकि ट्रम्प दक्षिणपंथ के आक्रामक नेताओं में से एक हैं। लेकिन राजनीति में सहयोग की संभावना अधिक महत्वपूर्ण होती है। यदि दोनों नेता इस स्तर पर सहमत हैं, तो यह न्यूयॉर्क के लिए सकारात्मक संकेत है।
इस मुलाकात में दिखाई देने वाली गर्मजोशी को सावधानी से देखने की जरूरत है। यह एक सामरिक विराम है, जहाँ दोनों नेता अपनी-अपनी राजनीतिक ज़रूरतों के अनुसार टकराव से सहयोग की ओर हल्का झुकाव दिखा रहे हैं। यदि यह बैठक केवल प्रतीकात्मक न रहकर व्यवहारिक परिणाम भी दे सके, तो न्यूयॉर्क के नागरिकों के लिए यह ऐतिहासिक सिद्ध हो सकती है।