×

डेकाथलॉन का 'मेक इन इंडिया' अभियान: 2030 तक 3 अरब डॉलर की आपूर्ति का लक्ष्य

डेकाथलॉन ने अपने 'मेक इन इंडिया' अभियान के तहत 2030 तक भारत से 3 अरब डॉलर की आपूर्ति बढ़ाने की योजना की घोषणा की है। इस पहल से न केवल कंपनी की वैश्विक उत्पादन में हिस्सेदारी बढ़ेगी, बल्कि 3 लाख से अधिक रोजगार भी सृजित होंगे। कंपनी का लक्ष्य जूते, फिटनेस उपकरण और खेल परिधान जैसे क्षेत्रों में विशेष ध्यान केंद्रित करना है। यह कदम डेकाथलॉन के भारत में उत्पादन की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर उठाया गया है।
 

डेकाथलॉन की नई रणनीति

डेकाथलॉन का 'मेक इन इंडिया' दृष्टिकोण: विश्व स्तर पर खेल उपकरणों के खुदरा विक्रेता डेकाथलॉन ने मंगलवार को घोषणा की कि वह 2030 तक भारत से अपने वैश्विक संचालन के लिए माल की आपूर्ति को बढ़ाकर 3 अरब अमेरिकी डॉलर करने की योजना बना रहा है। फ्रांसीसी कंपनी ने अगले पांच वर्षों में भारत से अपनी आपूर्ति को तीन गुना बढ़ाने का लक्ष्य रखा है, जिससे यह राशि 3 अरब डॉलर से अधिक हो जाएगी। इस पहल का उद्देश्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों की आवश्यकताओं को पूरा करना है, और इसके परिणामस्वरूप भारत का वैश्विक उत्पादन में योगदान 8 प्रतिशत से बढ़कर 15 प्रतिशत हो जाएगा।

इस योजना में विशेष रूप से जूते, फिटनेस उपकरण और खेल परिधान जैसे उच्च संभावित श्रेणियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। डेकाथलॉन ने 2030 तक 3 लाख से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित करने का भी लक्ष्य रखा है, जिससे भारत के विनिर्माण क्षेत्र में कंपनी की भूमिका और मजबूत होगी।

यह निर्णय डेकाथलॉन के भारत में उत्पादन की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर लिया गया है। वर्तमान में, भारत कंपनी के लिए शीर्ष चार आपूर्ति देशों में से एक है। डेकाथलॉन स्पोर्ट्स इंडिया अपने 'मेक इन इंडिया' दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्ध है और स्थानीय उत्पादन क्षमताओं पर ध्यान केंद्रित कर रहा है ताकि घरेलू और वैश्विक बाजारों की सेवा की जा सके।

डेकाथलॉन के स्थानीय उत्पादन पारिस्थितिकी तंत्र में एक डिज़ाइन केंद्र शामिल है, जो भारत भर में 113 विनिर्माण स्थलों, 83 आपूर्तिकर्ताओं और 7 उत्पादन कार्यालयों का समर्थन प्राप्त करता है।