डोडा जिले के स्कूल में विवादास्पद प्रार्थना का मामला
डोडा जिले के सरकारी स्कूल में प्रार्थना विवाद
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के एक सरकारी स्कूल में बच्चों से 'खून से तिलक करो, गोलियों से आरती' जैसे विवादास्पद शब्दों वाली प्रार्थना गाने का मामला सामने आया है। जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की। शिक्षा विभाग ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है और संबंधित शिक्षक का वेतन जांच पूरी होने तक रोक दिया गया है।
वायरल वीडियो में उग्र राष्ट्रभक्ति
इस वायरल वीडियो में सरकारी मिडिल स्कूल सिचल के बच्चे राष्ट्रभक्ति से जुड़ी उग्र पंक्तियां गा रहे हैं, जिसमें कहा गया है, 'पुकारती मां भारती, खून से तिलक करो, गोलियों से आरती।' वीडियो में शिक्षक बच्चों को संबोधित करते हुए कहते हैं, 'आज 6 नवंबर है, और नई कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं... जय हिंद, जय भारत।' यह वीडियो सामने आने के बाद विवाद का विषय बन गया है।
शिकायत के बाद जांच का आदेश
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता राजा शकील ने इस वीडियो को फेसबुक पर साझा कर मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) डोडा से औपचारिक शिकायत की थी। उन्होंने कहा कि इस तरह के गीत बच्चों के मनोविज्ञान पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। शिकायत में यह भी कहा गया कि यह 'चरमपंथी और हिंसक' विचारधारा को बढ़ावा देने जैसा है। शिकायत मिलने के बाद शिक्षा विभाग ने मामले की जांच के आदेश दिए।
तीन सदस्यीय समिति का गठन और वेतन रोकना
डोडा के सीईओ इकबाल हुसैन ने तीन वरिष्ठ प्रिंसिपलों की एक जांच समिति बनाई है, जो दो दिनों में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। आदेश में कहा गया है कि 'मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षक का वेतन जांच पूरी होने तक रोका जाता है।' हुसैन ने बताया कि विभाग ने तुरंत कार्रवाई की है और आगे का निर्णय जांच रिपोर्ट के आधार पर लिया जाएगा।
प्रशासन की चेतावनी
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि किसी भी स्कूल में ऐसी प्रार्थनाएं या गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी, जो बच्चों के मानसिक या सामाजिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव डालें। अधिकारियों ने सभी स्कूलों को चेतावनी दी है कि वे प्रार्थना या पाठ्य सामग्री में उचित और संवेदनशील भाषा का ही उपयोग करें।
संवेदनशील क्षेत्र में प्रशासन की सतर्कता
डोडा जिला चिनाब क्षेत्र का हिस्सा है, जिसे साम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील माना जाता है। यहां मुस्लिम आबादी लगभग 53 प्रतिशत और हिंदू आबादी लगभग 47 प्रतिशत है। इस संतुलन को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने कहा है कि किसी भी प्रकार की सांप्रदायिक या उग्र गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जाएगी।