डोनाल्ड ट्रंप का नोबेल शांति पुरस्कार पर विवादास्पद बयान
डोनाल्ड ट्रंप का नोबेल शांति पुरस्कार पर बयान
डोनाल्ड ट्रंप का नोबेल शांति पुरस्कार विवाद: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में नोबेल शांति पुरस्कार को लेकर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें यह पुरस्कार नहीं मिलता है, तो यह अमेरिका के लिए 'बड़ी बेइज्जती' होगी। ट्रंप का दावा है कि उन्होंने विश्वभर में सात से अधिक प्रमुख संघर्षों को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यदि गाजा संघर्ष उनके प्रस्तावित योजना के अनुसार हल होता है, तो यह आठ महीने में आठ संघर्षों को समाप्त करने जैसा ऐतिहासिक कार्य होगा।
ट्रंप ने मंगलवार को क्वांटिको में सैन्य अधिकारियों के साथ बातचीत के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा, 'हमने गाजा संघर्ष को लगभग सुलझा लिया है। अब यह हमास पर निर्भर करता है। यदि वे मानते हैं तो शांति होगी, अन्यथा उनके लिए स्थिति कठिन होगी। लेकिन अच्छी बात यह है कि सभी अरब और मुस्लिम देश मान गए हैं, इजराइल भी सहमत है। यह एक बड़ी उपलब्धि है।'
आठ वैश्विक संघर्षों को समाप्त करने का दावा
उन्होंने यह भी कहा कि यदि गाजा में शांति स्थापित होती है, तो यह साबित करेगा कि उनकी रणनीति ने आठ महीनों में आठ वैश्विक संघर्षों को समाप्त किया है। ट्रंप ने मजाक में कहा कि नॉर्वे की समिति उन्हें पुरस्कार देने के बजाय किसी लेखक को देगी जिसने उनकी सोच पर किताब लिखी है।
अमेरिका के लिए सम्मान की बात
ट्रंप ने यह भी कहा कि हालांकि उन्हें व्यक्तिगत रूप से इस पुरस्कार की इच्छा नहीं है, लेकिन यह अमेरिका के लिए एक बड़ा सम्मान होगा यदि यह उपलब्धि मान्यता प्राप्त करती है। उन्होंने कहा कि उनके 'डील मेकिंग' के अनुभव ने इन समझौतों को संभव बनाया है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। ट्रंप ने कहा, 'आठ बड़े समझौतों को करना किसी भी नेता की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। यह न केवल मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि अमेरिका की ताकत और नेतृत्व की पहचान भी है।'
यह बयान उस समय आया है जब मध्य पूर्व में गाजा संघर्ष को समाप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बातचीत चल रही है। हालांकि, हमास की स्थिति और प्रतिक्रिया अभी स्पष्ट नहीं है।