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डोनाल्ड ट्रंप का भारत और रूस पर बयान: चीन के बढ़ते प्रभाव पर चिंता

डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत और रूस के संबंधों पर चिंता जताई है, जिसमें उन्होंने चीन के बढ़ते प्रभाव को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि ऐसा लगता है कि भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया गया है। ट्रंप ने पहले भी चीन की नीतियों की आलोचना की है और इस संदर्भ में भारत और रूस के बीच बढ़ते संबंधों को महत्वपूर्ण माना है। उनके बयान को अमेरिकी विदेश नीति के संदर्भ में देखा जा रहा है।
 

ट्रंप का बयान

वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत और रूस के संबंधों पर एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने चीन के बढ़ते प्रभाव को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है।


ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, “ऐसा प्रतीत होता है कि हमने भारत और रूस को गहरे और अंधेरे चीन के हाथों खो दिया है। मैं उन्हें एक उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य की शुभकामनाएं देता हूं।”


इस बयान को अमेरिकी विदेश नीति और वैश्विक संबंधों के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ट्रंप ने पहले भी चीन की नीतियों और उसके प्रभाव को लेकर आलोचना की है। भारत और रूस के बीच बढ़ते रणनीतिक और आर्थिक संबंधों को भी इस संदर्भ में देखा जा रहा है।


इससे पहले, ट्रंप ने चीन, रूस और उत्तर कोरिया पर तीखे हमले किए थे। उन्होंने बीजिंग में आयोजित एक भव्य सैन्य परेड पर सवाल उठाते हुए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को अमेरिका के खिलाफ 'साजिश रचने वाला' बताया।


ट्रंप ने 'ट्रुथ सोशल' पर पोस्ट करते हुए कहा कि ये तीन देश मिलकर अमेरिका के खिलाफ काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या चीन उन अमेरिकी सैनिकों को याद करेगा, जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी कब्जे से उसे मुक्त कराने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। यह परेड द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित की गई थी।


इसी संदर्भ में ट्रंप ने भारत और रूस के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि ऐसा लगता है कि हमने उन्हें चीन के हवाले कर दिया है। उन्होंने उन्हें एक लंबा और समृद्ध भविष्य की शुभकामनाएं दीं।